कोलंबो : कुसाल मेंडिस के शतक और सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने के साथ उनकी दूसरे विकेट की बड़ी शतकीय साझेदारी से श्रीलंका ने फाॅलोआन के बाद जोरदार वापसी करते हुए भारत के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन दूसरी पारी में दो विकेट पर 209 रन बनाये. मेंडिस ने 135 गेंद में 17 चौकों की मदद से 110 रन की पारी खेलने के अलावा करुणारत्ने (नाबाद 92) के साथ दूसरे विकेट के लिए 191 रन की साझेदारी भी की. करुणात्ने ने अब तक 200 गेंद का सामना करते हुए 12 चौके जड़े हैं. दिन का खेल खत्म होने पर रात्रिप्रहरी मलिंदा पुष्पकुमार दो रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए थे. भारत से पहली पारी में 439 रन से पिछड़ी श्रीलंका की टीम अब भी 230 रन से पीछे है, जबकि उसके आठ विकेट शेष हैं.
भारत ने पहली पारी नौ विकेट पर 622 रन बनाकर घोषित की थी जिसके जवाब में श्रीलंका की टीम पहली पारी में 183 रन पर ढेर हो गयी. रविचंद्रन अश्विवन (69 रन पर पांच विकेट) ने 26वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाये. दूसरी पारी में सलामी बल्लेबाज उपुल थरंगा (02) के मैच में दूसरी बार सस्ते में पवेलियन लौटने के बाद करुणारत्ने और मेंडिस ने खतरनाक दिख रही अश्विन (बिना विकेट के 79 रन) और रविंद्र जडेजा (बिना विकेट के 76 रन) की स्पिन जोड़ी को सफलता से महरुम रखा. कप्तान विराट कोहली ने एक बार फिर तेज गेंदबाजी और स्पिन आक्रमण से शुरुआत करते हुए उमेश यादव (29 रन पर एक विकेट) और अश्विन को गेंद सौंपी. उमेश ने पारी के तीसरे ओवर में ही थरंगा को बोल्ड कर दिया. करुणारत्ने और मेंडिस ने इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को लगभग 52 ओवर तक सफलता से महरुम रखा. मेंडिस हालांकि आठवें ओवर में एक रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब अश्विन की गेंद पर मिड आॅन पर शिखर धवन ने उनका कैच छोड़ दिया. मोहम्मद शमी (बिना विकेट के 13 रन) और जडेजा भी इस जोड़ी को तोड़ने में नाकाम रहे. दोनों ही बल्लेबाजों ने अच्छी गेंदों को छोड़ा, लेकिन खराब गेंदों को सबके सिखाने में कोताही भी नहीं बरती. श्रीलंका के 50 रन 12वें ओवर में पूरे हुए. दोनों ने 79 गेंद में अर्धशतकीय और फिर 113 गेंद में शतकीय साझेदारी पूरी की. श्रीलंका ने 24वें ओवर में रनों का सैकड़ा पूरा किया.
मेंडिस को हालांकि अंपायर ने जडेजा की गेंद पर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों कैच करार दिया था, लेकिन डीआरएस लेने पर तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर के फैसले को पलट दिया. करुणारत्ने ने 83 गेंद में 13वां, जबकि मेंडिस ने 53 गेंद में पांचवां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया. चाय के बाद भी भारतीय गेंदबाजों को करुणारत्ने और मेंडिस के खिलाफ जूझना पड़ा. मेंडिस ने जडेजा पर चौके के साथ सिर्फ 120 गेंद में अपना तीसरा टेस्ट शतक पूरा किया. भारत ने इसी ओवर में करुणारत्ने के खिलाफ विकेट के पीछे कैच के लिए डीआरएस का सहारा भी लिया, लेकिन तीसरे अंपायर ने रीप्ले देखने के बाद मैदानी अंपायर के फैसले को सही करार दिया. करुणारत्ने इस समय 71 रन पर खेल रहे थे.
कोहली ने इसके बाद गेंद हार्दिक पंड्या को थमायी. पंड्या को लाइन और लेंथ को लेकर शुरू में कुछ परेशानी हुई, लेकिन उन्होंने कप्तान को निराश नहीं करते हुए मेंडिस को साहा के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ दिया. पंड्या की गेंद टप्पा पड़ने के बाद तेजी से अंदर आयी और मेंडिस के बल्ले का किनारा लेकर पैड से टकराने के बाद हवा में उछल गयी. साहा ने इसके बाद गोता लगाते हुए शानदार कैच लपका. मैदानी अंपायर ने पुष्टि के लिए तीसरे अंपायर का सहारा लिया, जिन्होंने बल्लेबाज को आउट करार दिया. करुणारत्ने ने जडेजा पर चौके के साथ 56वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया और पुष्पकुमार के साथ मिलकर बाकी बचे ओवरों में भारत को सफलता से महरुम रखा.
इससे पहले श्रीलंका ने दिन की शुरुआत पहली पारी में दो विकेट पर 50 रन से की, लेकिन भारतीय स्पिनरों के सामने उसका कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाया और अंतत: टीम 49.4 ओवर में सिमट गयी. श्रीलंका ने 439 रन की बढ़त गंवायी और इस तरह उसने पहली पारी के आधार पर किसी टेस्ट में विरोधी टीम को सबसे अधिक बढ़त दी. इससे पहले श्रीलंका 2000 में गाले में पाकिस्तान के खिलाफ 419 रन से पिछड़ा था. भारत की ओर से हासिल की गयी सर्वाधिक बढ़त में यह तीसरी सबसे बड़ी बढ़त है.
भारत ने सुबह के सत्र में अश्विन से गेंदबाजी की शुरुआत नहीं कराते हुए हैरान किया. सुबह गेंदबाजी की जिम्मेदारी उमेश (12 रन पर एक विकेट) और जडेजा (84 रन पर दो विकेट) ने संभाली और भारत को जल्द ही सफलता दिलायी. कप्तान दिनेश चांदीमल (10) आउट होनेवाले पहले बल्लेबाज रहे. उन्होंने दिन के पांचवें ओवर में जडेजा की गेंद पर स्क्वायर लेग पर हार्दिक पंड्या को कैच थमाया. उमेश के अगले ओवर में कुसाल मेंडिस (24) भी मिड आॅन पर कप्तान विराट कोहली को कैच दे बैठे. इस जोड़ी ने सिर्फ 46 गेंद में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की. निरोशन डिकवेला (51) और एंजेलो मैथ्यूज (26) ने इसके बाद भारतीय गेंदबाजों विशेषकरों स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाने का फैसला किया. दोनों ने मिलकर अश्विन और जडेजा के खिलाफ सात चौके और तीन छक्के मारे. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 53 रन जोड़े और इस दौरान 33वें ओवर में श्रीलंका का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. अश्विन ने हालांकि अगले ओवर में मैथ्यूज को पुजारा के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा. पुजारा ने लेग स्लिप में गोता लगाते हुए बेहतरीन कैच लपका.
श्रीलंका ने अंतिम छह विकेट सिर्फ 66 रन जोड़कर गंवाये. जडेजा ने धनंजय डिसिल्वा (00) को पहली गेंद पर बोल्ड करके 150वां टेस्ट विकेट हासिल किया. उन्होंने 32वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की जो बायें हाथ के स्पिनरों के बीच सबसे कम मैच हैं. कुल मिलाकर वह 150 विकेट के आंकड़े तक सबसे जल्द पहुंचनेवालों की सूची में छठे स्थान पर हैं. भारतीय गेंदबाजों में उनसे कम मैचों में सिर्फ अश्विन (29 मैच) ने 150 विकेट हासिल किये हैं. डिकवेला ने इस बीच आक्रमण जारी रखा और 44 गेंद में पांचवां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया. मोहम्मद शमी (13 रन पर दो विकेट) ने 42वें ओवर में उन्हें बोल्ड करके श्रीलंका को सातवां झटका दिया. पांच गेंद बाद शमी ने यार्कर पर रंगना हेराथ (02) को बोल्ड किया. अश्विन ने दिलरवान परेरा (25) को बोल्ड किया.
पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण कम से कम दो हफ्ते गेंदबाजी से बाहर हुए नुवान प्रदीप (00) इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे, लेकिन अश्विन ने उन्हें भी बोल्ड करके 50वें ओवर में श्रीलंका की पारी का अंत किया. भारत की ओर से सबसे अधिक बार पांच या इससे अधिक विकेट चटकानेवालों की सूची में अश्विन ने आॅफ स्पिनर हरभजन सिंह (25 बार) को पीछे छोड़ा. भारतीय गेंदबाजों में अश्विन से अधिक बार पांच या इससे अधिक विकेट सिर्फ अनिल कुंबले (34 बार) ने चटकाये हैं.

