Som Pradosh Vrat: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रदोष काल (सूर्यास्त से लगभग डेढ़ घंटे पहले) ब्रह्मांडीय ऊर्जा से अत्यधिक शक्तिशाली माना जाता है. कहा जाता है कि इसी समय भगवान शिव अपने भक्तों के कष्ट हरने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. इसीलिए सोम प्रदोष के दिन कुछ विशिष्ट शिव मंत्रों का जाप करने से दांपत्य, धन, स्वास्थ्य और मानसिक शांति से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है. ये मंत्र पुराणों और आगम शास्त्रों में उल्लेखित हैं.
पंचाक्षरी शिव मंत्र
“ॐ नमः शिवाय”
महामृत्युंजय मंत्र
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मा अमृतात्॥”
शंकर बीज मंत्र
“ॐ शं शंकराय नमः”
शिव-शक्ति बीज मंत्र
“ॐ ह्रीं नमः शिवाय”
प्रदोष काल विशेष मंत्र
“ॐ शिवाय नमः प्रदोषाय नमः”
शिव गायत्री मंत्र
“ॐ तत्पुरुषाय विद्महे
महादेवाय धीमहि
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥”
रुद्राक्षी मंत्र
“ॐ नमो भगवते रुद्राय”
आज कैसे करें मंत्र जाप
प्रदोष काल में दीपक जलाकर शिवलिंग के सामने बैठें.
शांत मन से संकल्प लें.
पहले “ॐ नमः शिवाय” के 108 बार जप करें.
अंत में शिव–पार्वती की आरती करें और आशीर्वाद मांगें.
मंत्र जाप के लाभ
शिवजी के मंत्रों का जाप मन, शरीर और जीवन, तीनों पर गहरा सकारात्मक प्रभाव डालता है. नियमित रूप से मंत्र उच्चारण करने से ऊर्जा

