Panchak 2025: हिंदू धर्म में पंचक को अशुभ अवधि माना गया है. इस दौरान किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इस बार पंचक खरमास के समय पड़ रहा है, जिससे इसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाएगा. इसी कारण इस अवधि में खरमास की तरह ही विवाह, मुंडन, नामकरण, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्यों से बचना चाहिए. इस समय कुछ खास सावधानियां बरतना बेहद जरूरी माना जाता है.
पंचक कब से शुरू हो रहा है?
इस बार पंचक 24 दिसंबर 2025 से शुरू होगा और 29 दिसंबर 2025 को समाप्त होगा.
पंचक के समय क्या नहीं करना चाहिए?
पलंग और बिस्तर का निर्माण
माना जाता है कि पंचक के दौरान कभी भी पलंग, खटिया या सोने के लिए नया बिस्तर नहीं बनवाना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे परिवार में अशांति फैलती है और रोग-कष्ट बढ़ते हैं.
घर का निर्माण और छत डलवाना
मान्यता के अनुसार पंचक के समय घर का निर्माण कार्य या छत डलवाना नहीं चाहिए. ऐसा करने से आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकता है.
यात्रा की दिशा
शास्त्रों के अनुसार पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा नहीं करनी चाहिए. इससे यात्रा में परेशानियां आ सकती हैं. यह दिशा यमराज और पितरों की दिशा मानी जाती है.
ईंधन का संग्रह
पंचक के दौरान घर में किसी भी प्रकार के ज्वलनशील ईंधन का संग्रह नहीं करना चाहिए. इससे परिवार में तनाव उत्पन्न हो सकता है और आपसी विवाद बढ़ सकते हैं.
पंचक के समय क्या करना चाहिए?
पंचक के दौरान पूजा-पाठ करने का विशेष महत्व माना गया है. इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है. इसके साथ ही मंत्रों का उच्चारण करना भी बेहद शुभ माना जाता है.
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