Ghee in Hindu rituals: पूजा में इस्तेमाल होने वाला घी सिर्फ एक पदार्थ नहीं, बल्कि ऊर्जा का प्रतीक माना गया है. देवी–देवताओं की पूजा में घी का दीपक जलाने से वातावरण में सात्त्विक शक्ति बढ़ती है. वैदिक ग्रंथों में इसका सीधा वर्णन मिलता है कि घी अग्नि देव को सबसे प्रिय है और इससे पूजा अधिक फलदायक मानी जाती है.
धार्मिक कारण
घी सात्त्विक माना जाता है: घी को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र आहारों में शामिल किया गया है. सात्त्विक होने के कारण यह मन और घर दोनों को शुद्ध करता है.
देवी–देवताओं का प्रिय माना गया है: पुराणों के अनुसार, घी अग्नि देव को अत्यंत प्रिय है. अग्नि के माध्यम से की गई पूजा सीधे देवताओं तक पहुंचती है, इसलिए घी का दीपक शुभ माना जाता है.
लक्ष्मी कृपा का प्रतीक: मान्यता है कि घी का दीपक जलाने से घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है.
पितृ दोष शांति में मददगार: कई पंडित बताते हैं कि घी का हवन और दीपक पितरों को शांत करने और उनकी कृपा पाने में सहायता करते हैं.
वैज्ञानिक कारण
घी शुद्ध हवा बनाता है: वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि घी जलने पर हवा में पॉजिटिव माइक्रोपार्टिकल्स फैलते हैं, जो हवा को शुद्ध करते हैं.
मानसिक शांति देता है: घी के दीपक की लौ स्थिर होती है, जिससे मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है. यही कारण है कि पूजा और ध्यान में घी के दीपक का उपयोग ज्यादा किया जाता है.
वातावरण को सुगंधित बनाता है: घी जलने पर निकली हल्की सुगंध मन और दिमाग को रिलैक्स करती है. यह तनाव कम करती है और घर का माहौल सकारात्मक बनाती है.
कीटाणुनाशक गुण: कई आयुर्वेदिक विशेषज्ञ बताते हैं कि घी की लौ में हल्के कीटाणुनाशक गुण होते हैं. यह घर की ऊर्जा को संतुलित करता है.
घी का दीपक कब शुभ माना जाता है?
सुबह–शाम की पूजा
शुक्रवार (लक्ष्मी पूजा)
पूर्णिमा और अमावस्या
किसी नए काम की शुरुआत
घर में शांति या ऊर्जा बढ़ाने के लिए
पूजा में तिल के तेल और घी में क्या अंतर है?
तिल का तेल शनि और रक्षा से जुड़ा है, जबकि घी देवी–देवताओं की कृपा और सकारात्मक ऊर्जा से जुड़ा माना जाता है.
क्या अमावस्या पर घी का दीपक जलाना ठीक है?
हाँ, अमावस्या की रात घी का दीपक जलाना अंधकार और नकारात्मकता दूर करने का प्रतीक है.
क्या घी का दीपक जलाने के बाद बचे घी का उपयोग खाना बनाने में कर सकते हैं?
नहीं, पूजा का घी सिर्फ धार्मिक कार्यों के लिए ही रखा जाता है.

