Astrology Tips for Home: हर व्यक्ति का सपना होता है कि वह जीवन में अपने लिए एक छोटा सा ही सही, लेकिन घर बनाए. घर कई लोगों के जीवन का सहारा होता है. यह केवल एक मकान नहीं होता, बल्कि इसमें लोगों के सपनों से लेकर बुढ़ापे तक की यादें बसी होती हैं. एक बार घर बनने के बाद कई पीढ़ियां उसमें अपना जीवन बिताती हैं. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि जब आप अपने लिए घर बनाएं, तो वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में बताए गए उपायों का पालन करें, ताकि घर बनाते समय कोई विघ्न न पड़े और घर में लक्ष्मी का वास हो.
साल के किन-किन महीनों में घर बनाने की शुरुआत नहीं करनी चाहिए?
वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पौष, चैत्र, ज्येष्ठ, भाद्रपद और आश्विन के महीनों में घर का निर्माण या घर की नींव रखने की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. कहा जाता है कि इन महीनों में पृथ्वी माता विश्राम करती हैं और देवता अन्य लोकों में चले जाते हैं. ऐसे समय में घर बनाने से आर्थिक तंगी, बीमारी, कलह और कुल की हानि का सामना करना पड़ सकता है.
1. पौष मास
पौष मास में सूर्य कमजोर होता है और पृथ्वी माता गर्भवती मानी जाती हैं. इस समय भूमि खोदने से माता रुष्ट होती हैं. इससे घर में बरकत नहीं रहती, संतान को कष्ट, व्यापार में घाटा और रोग बढ़ते हैं. धर्म शास्त्रों में पौष माह को घर बनाने के लिए सबसे अशुभ माना गया है. पौष में केवल पुराने घर का जीर्णोद्धार किया जा सकता है, नया निर्माण नहीं.
2. चैत्र मास
चैत्र में नवरात्रि और नए वर्ष की शुरुआत होती है, लेकिन यह समय देवताओं के विश्राम का माना गया है. भूमि में नए जीवन का संचार हो रहा होता है. इस समय नींव खोदने से कुल देवता रुष्ट हो सकते हैं. इससे घर में कलह, मुकदमे, धन हानि और संतान कष्ट का योग बनता है. चैत्र माह में केवल पूजा-पाठ करें, निर्माण न करें.
3. ज्येष्ठ मास
ज्येष्ठ में सूर्य सबसे प्रचंड होता है और पृथ्वी माता तपती हैं. इस समय भूमि खोदने से अग्नि तत्व असंतुलित हो जाता है. इससे घर में आगजनी, रक्त विकार, नेत्र रोग और मानसिक तनाव बढ़ सकता है. ज्येष्ठ में शुरू किया गया घर सुख नहीं देता. इस माह में जल दान करने से पुण्य बढ़ता है.
4. भाद्रपद मास
भाद्रपद में पितृ पक्ष होता है और पितरों का आगमन माना जाता है. इस समय भूमि खोदने से पितर रुष्ट हो सकते हैं. इससे पितृ दोष, संतान कष्ट, व्यापार में बाधा और रहस्यमयी बीमारियाँ आती हैं. भाद्रपद में शुरू किया गया निर्माण कुल के लिए हानिकारक माना जाता है. इस माह में पितरों की सेवा श्रेष्ठ मानी गई है.
5. आश्विन मास
आश्विन में नवरात्रि और देवी पूजा होती है. इस समय भूमि में देव शक्ति का संचार होता है. नींव खोदने से मां दुर्गा और ग्रह देवता नाराज हो सकते हैं. इससे घर में स्त्री कष्ट, धन हानि और सुरक्षा की कमी हो सकती है. आश्विन में शुरू किया गया घर स्थिर नहीं रहता.
गलत महीने में घर बनाना शुरू कर दिया है तो क्या करें?
यदि आपने अनजाने में पौष, चैत्र, ज्येष्ठ, भाद्रपद या आश्विन के महीने में घर का निर्माण शुरू कर दिया है, तो उसे रोक दें. फिर शुभ मुहूर्त में पुनः गणेश पूजन और भूमि पूजन करें.इसके अलावा 41 दिन शनि मंत्र का जप करें और मिट्टी माता से क्षमा माँगें.
घर बनाने के लिए कौन-से महीने शुभ हैं?
ज्योतिष शास्त्र में घर बनाने के लिए वैशाख, श्रावण, मार्गशीर्ष और फाल्गुन महीनों को सबसे उत्तम माना गया है. इन महीनों में धरती माता और देवताओं की कृपा रहती है. वैशाख और फाल्गुन में घर बनाने से घर राजमहल जैसा सुख देता है. इन महीनों में नींव रखने से धन, स्वास्थ्य और संतान सुख की वर्षा होती है.
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