आज करवा चौथ है. पति की लंबी उम्र के लिए पत्नी सोलह शृंगार करेंगी. पूरे दिन व्रत रख कर शाम को चांद निकलने का इंतजार करेंगी. शाम में पूजा के बाद पति के हाथों पानी पी कर उपवास तोड़ेंगी. पूर्व में पंजाबी समुदाय की महिलाओं का यह व्रत अब अलग-अलग समुदाय की महिलाएं भी करने लगी हैं. इसे फिल्मों का भी असर माना जाता है. इसने भी अलग-अलग समुदाय की महिलाओं को करवा चौथ करने के लिए प्रेरित किया. राजधानी की ऐसी ही कुछ महिलाओं से बातचीत, जो अलग समुदाय से होने पर भी पूरी श्रद्धा से यह करवा चौथ का व्रत करती हैं.
फिल्में देख उत्सुकता जगी तो करवा चाैथ करने लगी
ममता साहा (51 वर्ष) के बेटे की शादी डेढ़ वर्ष पहले हुई. वह कहती हैं, हमलोग बंगाली समुदाय से हैं. हमारे यहां करवा चौथ के पर्व की परंपरा नहीं है, पर मेरी बहू इस पर्व को करना पसंद करती है. बहू का यह दूसरा करवा चौथ है.
सुना था, यह व्रत पंजाबी महिलाएं रखती हैं. जब बहू ने किया, तो इस व्रत को करीब से जान पायी हूं. बहू निकिता कहती हैैं कि यह मेरा दूसरा करवा चौथ है. हमारे समाज में यह पर्व नहीं होता, फिर भी मैं यह व्रत करती हूं. मुझे यह व्रत करना अच्छा लगता है. फिल्मों में भी करवा चाैथ को लेकर उत्सुकता देखी है, तो मेरे अंदर भी उसी समय से इस पर्व को करने की इच्छा थी. अब इस व्रत को करके बहुत ही अच्छा महसूस करती हूं.
पंजाबी महिलाओं को देख कर मैं यह व्रत करने लगी
ब्रिज कुमारी (65) बताती हैं, हमलोग बिहार के गोपालगंज के रहनेवाले हैं. हमारे यहां करवा चौथ नहीं मनाया जाता, पर मेरी बहू इस व्रत को बहुत ही उत्साह से करती है. यह देख कर मुझे भी अच्छा लगता है. उसे कोई भी पर्व करने की पूरी छूट है. हमारे जमाने में तो यह सब नहीं होता था, पर अब जमाना बदल गया है. आज की नई-नवेली बहू-बेटियां इस व्रत को करने में काफी उत्सुक रहती हैं.
बहू सोनी कहती हैं कि मेरे पति सिविल इंजीनियर हैं, तो उनका हमेशा से ट्रांसफरेबल जॉब रहा. कई जगहों पर रहने का अवसर मिला. जब शादी हुई, हमलोग पंजाब में थे. जब पंजाबी महिलाओं को यह व्रत करते हुए देखा, तो मेरी भी इच्छा हुई और मैं करवा चौथ करने लगी.
रोहिणी नक्षत्र और मंगल के योग से बढ़ेगी व्रत की महत्ता
रांची : आज करवा चौथ है, साथ ही संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत भी. चतुर्थी गुरुवार की अहले सुबह 05.21 बजे से शुक्रवार की अहले सुबह 5.29 बजे तक है. इस दिन पंचांग के अनुसार, शाम 5.43 बजे सूर्यास्त है और चंद्रोदय शाम 7.58 बजे तक है. इस दिन रोहिणी नक्षत्र के साथ मंगल का योग बन रहा है. इसके अलावा यायीजय योग व यमघंट योग मिल रहा है, जिससे व्रत की महत्ता और बढ़ गयी है.
इस व्रत को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है. इस दिन व्रती दिन भर उपवास रख कर शाम को पूजा-अर्चना करेंगी और शाम में कथा सुनने के बाद आरती कर चंद्र देवता को देख कर उन्हें अर्घ्य देंगी. फिर पति के हाथों से जल पीकर बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त कर अपना व्रत तोड़ेंगी. मालूम हो कि व्रती अपने अखंड सौभाग्य की कामना के लिए इस व्रत को करती हैं. व्रत को लेकर व्रतियों ने विशेष तैयारी की है.
मिट्टी का करवा बनाती हैं व्रती : करवा चाैथ पर पूजा के लिए व्रती मिट्टी का करवा बनाती हैं. उसके बाद नियम के अनुसार पूजा-अर्चना कर पूजा की थाली घुमाती हैं और लोकगीतों के माध्यम से भगवान का ध्यान करती हैं.
कथा : करवा चाैथ में एक विद्वान ब्राह्मण के सात बेटे और एक बेटी की कथा है. इस कथा के अलावा विनायक जी की कथा भी सुनी जाती है.
आस-पड़ोस की महिलाओं को देख कर पूजा शुरू की
माया सिन्हा (60) करवा चौथ नहीं करती हैं, लेकिन उनकी बहू ऋतु सिन्हा पिछले छह साल से करवा चौथ का व्रत कर रही है़ं माया सिन्हा कहती हैं कि हमारे यहां करवा चौथ व्रत की परंपरा नहीं है. तीज और जिउतिया व्रत होता है.
लेकिन बहू ने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत करने की इच्छा जाहिर की. तब से वह पूरे विधि विधान से व्रत कर रही है़ बहू ऋतु सिन्हा कहती हैं कि यह व्रत पति की लंबी आयु के लिए की जाती है. मेरी शादी 2000 में हुई, लेकिन करवा चौथ का व्रत 2014 से कर रही हूं. मेरे ससुराल और मायका, दोनों में करवा चौथ व्रत नहीं होता है़ आस-पड़ोस की महिलाओं को देख कर यह व्रत करने की इच्छा हुई. अपनी सास से कहा और पूजा आरंभ की.
बहू ने व्रत करने की इच्छा जतायी, तो मैंने इजाजत दी
हिनू निवासी जे शर्मा करवा चौथ का व्रत नहीं करती हैं, लेकिन उनकी बहू संगीता शर्मा शादी के बाद से ही यह व्रत कर रही हैं.
वे कहती हैं कि हमारे यहां तीज व्रत होता है, लेकिन एक अनहोनी घटना के बाद वह बंद हो गया. बहू संगीत शर्मा ने शादी के एक साल बाद करवा चौथ व्रत करने के बारे में बताया. पति की लंबी आयु के लिए यह पूजा है, तो मैंने भी करने दिया. बहू संगीता शर्मा कहती हैं कि 2001 से चाची सास के कहने पर करवा चौथ व्रत शुरू किया, क्योंकि हमारे घर में तीज भी नहीं किया जाता था. तब मैंने सास को करवा चौथ के बारे में बताया. उन्होंने मेरा साथ दिया और तब से मैं और चाची सास भी व्रत करती आ रही हैं.
37 सालों से कर रही हूं व्रत
मोरहाबादी निवासी शशि कपूर पिछले 37 सालों से करवा चौथ का व्रत कर रही हैं. इनके निवास पर सामूहिक रूप से करवा चौथ की पूजा भी होती है. जहां उस इलाके की लगभग 30 से 35 महिलाएं हर वर्ष जुटती हैं. वह बताती हैं कि आज भी करवा चौथ करने की उत्सुकता पहले जैसी ही है. शादी के पहले करवा चौथ की तरह ही पूरे उमंग से हर वर्ष यह व्रत करती हूं.
38 सालों से कर रही हूं करवा चौथ
डोरंडा कॉलेज की लेक्चरर शांति खन्ना पिछले 38 सालों से करवा चौथ का व्रत कर रही हैं. वह कहती हैं कि आज भी इस व्रत को करने की वही उत्सुकता और उमंग है. अब तो अपनी बेटी-बहूओं के साथ व्रत करती हूं. इस बार भी पर्व की पूरी तैयारी कर ली है.
रांची में इन जगहों पर होती है सामूहिक पूजा
करवा चौथ की पूजा ज्यादातर महिलाएं सामूहिक रूप से ही करती हैं. रांची के खास कर पंजाबी समुदाय वाले इलाकों में सामूहिक रूप से करवा चौथ व्रत की पूजा का आयोजन किया जाता है. राजधानी में इन जगहों पर सामूहिक रूप से पूजा होती है.
– पंजाबी हिंदू बिरादरी, पंजाबी भवन ओवरब्रिज – बंसल प्लाजा, स्टेशन राेड – राधेश्याम गली, मेहता रेसिडेंसी – राधा कृष्णा मंदिर, रातू रोड – महावीर शंकर मंदिर, रातू रोड – कपूर्स हाउस, रातू रोड
इन फिल्में में दिखी व्रत की महत्ता
दिलवाले दुल्हनियां ले जायेंगे, बागवान, हम दिल दे चुके सनम, कभी खुशी कभी गम, इश्क विश्क, हम आपके हैं कौन, राजा हिंदुस्तानी, जहर, बाबुल, जुदाई, आशिक आवारा, बीवी नंबर वन जैसी फिल्मों में करवा चौथ व्रत की महत्ता के बारे में बतायी गयी हैं.