रांची/नयी दिल्ली : आदिवासियों को सशक्त बनाने के लिए जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने बुधवार को एक नयी शुरुआत की. इसका नाम है ‘ट्राइब्स इंडिया ऑन व्हील्स’. इस योजना के तहत मोबाइल वैन के जरिये आदिवासियों के खेतों और वनोपज से तैयार ऑर्गेनिक उत्पाद ग्राहकों के घर तक पहुंचाया जायेगा. इसकी बिक्री से जो कमाई होगी, उसे सीधे उन आदिवासियों के खाते में डाल दिया जायेगा, ताकि उनकी आय बनी रहे. उनका बिजनेस बढ़ता रहे.
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा की पहल पर ट्राइफेड ने इसकी शुरुआत की है. फिलहाल ‘ट्राइब्स इंडिया ऑन व्हील्स’ की शुरुआत 11 राज्यों (गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, गुवाहाटी, तेलंगाना-आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और झारखंड) में की गयी है. जल्दी ही इसका विस्तार पूरे देश में कर दिया जायेगा.
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने बुधवार (19 अगस्त, 2020) को इन 11 राज्यों के 31 शहरों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये से ‘ट्राइब्स इंडिया ऑन व्हील्स’ मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. शुरुआत में अहमदाबाद, प्रयागराज (इलाहाबाद), बेंगलुरु, भोपाल, चेन्नई, कोयंबटूर, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, जगदलपुर, खूंटी, मुंबई और रांची जैसे शहरों में 57 मोबाइल वैन चलाये जायेंगे.
Also Read: झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए खुशखबरी, हेमंत सोरेन की सरकार ने तैयार किया स्थायीकरण व वेतनमान सेवा नियमावली का प्रस्तावइस अवसर पर मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि ऐसे दौर में, जब कोरोना वायरस महामारी ने एक से कई तरीके से लोगों के जीवन को बाधित किया है, लोग यथासंभव सुरक्षित रहने और रहने के स्वस्थ तरीकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. ट्राइफेड की यह पहल सुनिश्चित करेगा कि किसी को आवश्यक प्राकृतिक प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले उत्पाद समय पर उपलब्ध कराये जायें.
इस संकट की घड़ी में उन्होंने ‘गो ट्राइबल’ के लिए एक मंत्र दिया है : ‘गो वोकल फॉर लोकल, गो ट्राइबल’. यह एक नारा है. इस नारे के साथ ट्राइफेड का मोबाइल वैन ग्राहकों तक पहुंचेगा. अब इन सामानों को सीधे विभिन्न इलाकों में ग्राहकों के पास मोबाइल वैन ले जा रहा है. सभी लोगों को एक ही कीमत पर सामान उपलब्ध करा रहा है. एक तरह की छूट सभी ग्राहकों को मिल रही है.
श्री मुंडा ने कहा कि बिक्री से होने वाली कुल आय सीधे आदिवासियों के खाते में जायेगी और उनकी आय और आजीविका को बनाये रखने में मदद मिलेगी. इस अवसर पर जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरुता ने कहा कि इस पहल से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले आदिवासियों को मदद मिलेगी. आरसी मीणा ने कहा कि प्रभावित जनजातीय लोगों (कारीगरों और वनवासी) को रोजगार का नया प्लेटफॉर्म मिलेगा.
Also Read: Jharkhand Crime News: धनबाद के भाजपा नेता सह जमीन कारोबारी सतीश सिंह की मटकुरिया में गोली मारकर हत्याट्राइफेड के एमडी प्रवीर कृष्ण ने कहा कि ‘ट्राइब्स इंडिया ऑन व्हील्स’ प्रकृति के इनाम को आपके दरवाजे तक पहुंचाने का प्रयास है. ये मोबाइल वैन प्राकृतिक और प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले आदिवासी उत्पाद जैसे ऑर्गेनिक हल्दी, ड्राई आंवला, जंगली शहद, काली मिर्च, रागी, त्रिफला और मसूर के घोला के अलावा मूंग दाल, उड़द दाल और सफेद सेम सीधे अगले कुछ महीनों में ग्राहकों के दरवाजे पर लायेगा.
ट्राइफेड ने अपनी ट्राइब्स इंडिया वेबसाइट और अमेजन, फ्लिपकार्ट और जीइएम जैसे अन्य रिटेल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से इन बेची गयी वस्तुओं को ऑनलाइन (पर्याप्त छूट की पेशकश) बाजार में लाने के लिए एक आक्रामक योजना शुरू की है. कार्यक्रम में ट्राइफेड के अध्यक्ष रमेश चंद मीणा, जनजातीय कार्य मंत्रालय के सचिव दीपक खांडेकर और ट्राइफेड के प्रबंध निदेशक प्रवीर कृष्ण उपस्थित थे.
Posted By : Mithilesh Jha