रांची : झारखंड में कोरोना (coronavirus) के कहर के बीच खुशखबरी है. अब झारखंड में भी कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी (Plasma treatment ) से रिम्स में हो सकेगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज रिम्स में प्लाज्मा थेरेपी सेंटर का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि रिम्स में आज ये पहला कदम है, राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी इसकी शुरुआत की जायेगी. आपको बता दें कि कोरोना को मात दे चुके पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर (Minister Mithilesh Thakur) प्लाज्मा डोनेट (plasma donate) नहीं कर सकेंगे.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि अब झारखंड में भी प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज संभव हो सकेगा. उन्होंने कहा कि प्लाज्मा डोनेट करने वालों को एक हजार रुपये दिये जायेंगे. आइसीएमआर की गाइडलाइन के मापदंड पर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकर सही नहीं पाये गये हैं. इसलिए उनका प्लाज्मा नहीं लिया जा सकेगा. इनमें एसिंप्टोमेटिक कोरोना वायरस पाया गया था. कोई लक्षण नहीं पाया गया था. इनका 28 दिन पूरा नहीं हो पाया है.

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना से निर्णायक लड़ाई लड़ने में मरीजों के साथ-साथ चिकित्सकों को भी आसानी होगी. जमशेदपुर के टीएमएच और बोकारो के बीडीएच में भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज की व्यवस्था की जायेगी.
रिम्स कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. जेके मित्रा ने जानकारी दी कि प्लाज्मा थेरेपी वैसे मरीजों के लिए कारगर होगी, जिनकी इम्यूनिटी काफी कमजोर है और शरीर में एंटी बॉडीज नहीं बन पा रहा है.
Posted By : Guru Swarup Mishra

