Dictators and his Women 2 : बेनिटो मुसोलिनी (Benito Mussolini) 20वीं सदी का दूसरा ऐसा तानाशाह था जिसकी चर्चा मानव इतिहास में आज भी होती है. वह इटली का रहने वाला था और उसे फासीवाद का जनक माना जाता है. उसने इटली में फासीवाद की स्थापना की और दूसरे विश्वयुद्ध की बड़ी वजह भी बना. उसने 1932 में The Doctrine of Fascism लिखवाया, जिसमें यह बताया गया है कि व्यक्ति नहीं, राष्ट्र सर्वोपरि है. मुसोलिनी ने व्यक्ति के अधिकारों को सीमित कर दिया और तानाशाही शासन स्थापित किया. वह लोकतंत्र का हत्यारा था.उसके बारे में यह कहा जाता है कि उसने युवाओं का ब्रेनवाॅश किया. द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान वह हिटलर के साथ खड़ा था. मुसोलिनी का पूरा जीवन ही विवादों से भरा था. यही वजह है कि उसका पारिवारिक और प्रेम संबंध भी उतना ही विवादित रहा.
मुसोलिनी ने की थी दो शादी
बेनिटो मुसोलिनी ने अपने जीवन में दो शादियां कीं. उसकी पहली शादी 1914 में
इडा डाल्सर से हुई थी, जबकि दूसरी शादी 1915 में राचेले गुइडी से हुई थी. आरजेबी बोसवर्थ की किताब -Mussolini में उन्होंने बताया है कि वह एक वूमेनाइजर (womanizer) था, वह किसी भी महिला के साथ भावनात्मक रिश्ते में बंधा नहीं था, वह बस अपनी जरूरतों के अनुसार संबंध बनाता था. इडा डाल्सर के साथ अपने संबंध और विवाह को उसने कभी स्वीकार नहीं किया, जबकि उनका एक बेटा भी था. इडा ने संघर्ष के दिनों में उसकी आर्थिक मदद की थी और वह उससे प्रेम भी करती थी. लेकिन मुसोलिनी ने अपने और उसके रिश्ते को हमेशा छुपा कर रखा. जब वह सत्ता में आ गया, तो उसने अपने इस संबंध को खतरा समझा और पत्नी को पागलखाने में बंद करवा दिया था, जहां उसकी मौत हो गई थी. रशेल गुइदी के साथ उसके संबंध भावनात्मक नहीं थे, जबकि वह शादी से पहले काफी समय तक साथ रहे थे. मुसोलिनी शादी को महत्व नहीं देता था, हालांकि उनकी शादी चली. आरजेबी बोसवर्थ अपनी किताब में लिखते हैं कि मुसोलिनी ने उस शादी को चलाने का कोई प्रयास नहीं किया था. उनके 5 बच्चे हुए, लेकिन उनकी शादी बस कहने की शादी थी, जिसमें प्यार के लिए कोई जगह नहीं थी.

क्लारा पेटाची मुसोलिनी की अंतिम प्रेमिका थी
मुसोलिनी के जीवन में कई महिलाएं थी. आरजेबी बोसवर्थ अपनी किताब में लिखते हैं कि मुसोलिनी अपने महल ‘पलाजो वेनेजिया’ के आरामकक्ष में कई महिलाओं से मिलता था. उसके संबंध कई महिलाओं से तो थे, लेकिन वह किसी भी महिला से भावानात्मक स्तर पर जुड़ता नहीं था. मुसोलिनी की किस्मत अच्छी थी कि उसे रशेल जैसी पत्नी और क्लारा पेटाची जैसी प्रेमिका मिली जिन्होंने उसे अपना प्यार दिया. क्लारा पेटाची के बारे में यह कहा जाता है कि मुसोलिनी से लगभग 28 साल छोटी थी और वह उसके प्यार में एकतरह से पागल थी. उसने मुसोलिनी को अपना भगवान मान लिया था और वह उसके लिए कुछ भी करने को तैयार थी. 1945 में जब मुसोलिनी अपनी जान बचाकर भाग रहा था, तो वह भी उसके साथ आ गई थी. जब मुसोलिनी अपने विरोधियों के हत्थे चढ़ा और उसे मार दिया गया, तब क्लारा की भी हत्या कर दी गई. क्लारा पेटाची ने अपनी निजी डायरी में मुसोलिनी के बारे में लिखा है-उसने एक बार मुझसे कहा था कि एक समय था जब मेरे पास 14 औरतें थीं . पेटाची की यह डायरी 1932-1938 के बीच लिखी गई थी, लेकिन इसका प्रकाशन 2009 में हुआ, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था.

