23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मानसिकता सुधारें

हमारा समाज अश्लीलता की सीढ़ी पर चढ़ने को अग्रसर हो गया है. अश्लील गानों का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है. त्योहार हो या शादी विवाह, जिधर देखो अश्लील गाने बिना किसी संकोच के बजते दिख जायेंगे. महिला हो या पुरुष, सभी आसानी से इन गानों पर थिरकते नजर आ जाते हैं. एक सरकार जो […]

हमारा समाज अश्लीलता की सीढ़ी पर चढ़ने को अग्रसर हो गया है. अश्लील गानों का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है. त्योहार हो या शादी विवाह, जिधर देखो अश्लील गाने बिना किसी संकोच के बजते दिख जायेंगे. महिला हो या पुरुष, सभी आसानी से इन गानों पर थिरकते नजर आ जाते हैं.
एक सरकार जो इन गानों पर पाबंदी नहीं लगा रही, दूसरे हम जो इसे तेजी से स्वीकार कर रहे हैं. सीधे शब्दों में कहें तो हमारी सोच और मानसिकता ही असभ्य हो गयी है, जो ऐसे गानों को स्वीकार कर ले रही है. कुलीन वर्ग को इन गानों से जो परेशानी होती है, वो बतलाने की जरूरत नहीं. परिणाम यह है कि छोटे बच्चे भी इन अश्लील गानों के बोल को गुनगुनाते मिल जाते हैं.
वे तो बच्चे हैं, जो देखते हैं – जो सुनते हैं, वही सीखते हैं. अगर कहीं बच्चे गानों का मतलब पूछने लगें तो क्या हम उन्हें समझा पायेंगे? इसलिए आप सभी से अनुरोध है कि जहां पर भी ऐसे गाने बजाये जाते हैं, उन्हें बंद कराने की कोशिश अवश्य करें, नहीं तो इसके दुष्परिणाम को भुगतने वाले भी हम ही होंगे.
सौरभ सिन्हा, बरही

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें