सचिन एक धैर्यवान सोच हैं. एकाग्रता की परिभाषा हैं सचिन. विनम्रता की धारा हैं सचिन. हिमालय सा इरादा हैं सचिन. आज अंतरराष्ट्रीय क्रि केट मंच से इस महान व्यक्तित्व ने विदाई तो ले ली है, पर विदाई नहीं ली है इस खेल से. क्रि केट, जो हमारे देश में एक खेल से कहीं बढ़ कर है, वहां सचिन एक जुनून हैं, एक आत्मविश्वास हैं, एक प्रेरणा हैं, जो देश की हर धड़कन में धड़कता है.
इस छोटे कद के महान इनसान की प्रशंसा में शब्द कम पड़ जायेंगे. जब तक क्रि केट का खेल इस धरती पर खेला जाता रहेगा, तब तक इस महान भारतीय क्रि केटर के कारनामों की दुनिया मिसाल देती रहेगी. भारत सरकार द्वारा सचिन को भारत रत्न देने की पहल काफी सराहनीय है. यह फैसला सिर्फ सचिन का सम्मान नहीं है, सम्मान है हर देशवासी का, जो सचिन को एक रोल मॉडल मानता है.
आनंद कानू, सिलीगुड़ी