काफी मशक्कत के बाद राज्य में आखिरकार शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गयी. अगर इसमें सरकार सफल रहती है, तो राज्य के योग्य युवा तो लाभान्वित होंगे ही, साथ ही यह सरकार की बड़ी उपलब्धि भी होगी. वजह यह है कि पिछले 10 सालों से राज्य में शिक्षकों के खाली पड़े पदों की वजह से शिक्षा की स्थिति खराब हो गयी है.
लेकिन इस नियुक्ति में भी सरकार को काफी मशक्कत करनी होगी. चूंकि एकत्नएक उम्मीदवार ने एक से अधिक जिलों में आवेदन पत्र भरे हैं, ऐसे में अगर वह सभी जगहों से चुन लिया जाता है और नियुक्ति केवल एक ही जिले में होती है, तो बाकी जिलों में उसका स्थान खाली रह जायेगा. पारात्नशिक्षकों के मामले में भी यही स्थिति है. वे जिस जिले में काम कर रहे हैं, उसमें आरक्षण सही है, लेकिन दूसरे जिले में भी उन्हें इसका लाभ मिलेगा यह स्पष्ट नहीं है. दीपेश देव, दुमका