प्राकृतिक संसाधनों पर पहला हक आदिवासी समाज का है, क्योंकि वह सदियों से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करता आया है. प्राकृतिक संसाधन जैसे जल, जंगल और जमीन तथा पहाड़ को बचाने के लिए सरकार व आदिवासियों के बीच बीते कुछ वर्षों में संघर्ष की खबरें बढ़ती जा रही हैं. इन दिनों छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के दंत राज्य पहाड़ के आदिवासी समाज इसे कुलदेवता मानते हैं. जबकि, सरकार इन दिनों एक निजी कंपनी से दंतराज पहाड़ का खनन शुरू कराया है.
सरकार का मानना है कि वहां उच्च कोटि के लौह अयस्क पाये जाते हैं, जिसकी पूरी दुनिया में मांग है. लेकिन, इस खनन से हजारों आदिवासी समाज व प्राकृतिक संसाधन को जीवित रूप से नुकसान पहुंच रहा है. ऐसे में प्रकृति प्रेमी आदिवासी समाज को ही दंतराज पहाड़ पर पहला अधिकार मिलना चाहिए.
नितेश कुमार सिन्हा, जानपुल चौक (मोतिहारी)