38.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

वाजपेयी ने अलग झारखंड राज्य का सपना किया साकार, छोटे राज्यों के थे पक्षधर

रांची: हरदिल अजीज नेता और तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी छोटे राज्यों के पक्षधर थे. उन्होंने अलग झारखंड राज्य का पांच दशक पुराना सपना साकार किया. झारखंड को अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों की धरती भी कहा जाता है. इसे भी पढ़ें : LIVE: एम्स का हेल्थ बुलेटिन जारी, पैतृक गांव […]

रांची: हरदिल अजीज नेता और तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी छोटे राज्यों के पक्षधर थे. उन्होंने अलग झारखंड राज्य का पांच दशक पुराना सपना साकार किया. झारखंड को अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों की धरती भी कहा जाता है.

इसे भी पढ़ें : LIVE: एम्स का हेल्थ बुलेटिन जारी, पैतृक गांव के 41 मंदिरों में चल रहा है रुद्राभिषेक यज्ञ

असाधारण व्यक्तित्व के धनी अटल जी कई मायने में अनूठी सोच रखते हैं. अलग झारखंड का निर्माण अटल बिहारी वाजपेयी की सोच का ही परिणाम है. अटलजी ने एक साथ तीन राज्यों का गठन किया था. उनकी सूझ-बूझ का ही परिणाम रहा कि तीनों राज्यों का अपने मूल राज्य से कोई बड़ा विवाद खड़ा नहीं हुआ, जैसा कि आंध्रप्रदेश से तेलंगाना के अलग होने के बाद हुआ.

इसे भी पढ़ें : …के लिए आजीवन अविवाहित रहे अटल बिहारी वाजपेयी

ज्ञात हो कि आदिवासी महासभा ने जयपाल सिंह मुंडा के नेतृत्व में अलग झारखंड राज्य का सपना देखा था. इसके बाद 1930 से लगातार आंदोलनों का सिलसिला चलता रहा. वर्ष 2000 में जब केंद्र मेंएनडीए की सरकार बनी, तो तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्मदिन के मौके पर 15 नवंबर, 2000 को इस सपने को हकीकत में बदल दिया. बिहार से अलग होकर झारखंड देश के 28वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें