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पहली बार RJD के नेताओं के साथ इन लोगों को भी है लालू की सजा का इंतजार, पढ़ें

पटना : राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में ठंड ने ठिठुरन बढ़ा दी है. कोहरे का कहर जारी है, लेकिन सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सुबह के नौ बजे हैं और पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर छोटी सी दुकान चलाने वाले बिहार साव आग जलाकर अपना हाथ सेक रहे हैं. वह पूछते हैं-क्या हुआ […]

पटना : राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में ठंड ने ठिठुरन बढ़ा दी है. कोहरे का कहर जारी है, लेकिन सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सुबह के नौ बजे हैं और पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर छोटी सी दुकान चलाने वाले बिहार साव आग जलाकर अपना हाथ सेक रहे हैं. वह पूछते हैं-क्या हुआ लालू जी को सजा हुई ? और हुई, तो कितने दिनों की हुई ? फिर कहते हैं- अच्छा कल टल गयी थी ? अब आज होगी ? बिहारी साव की तरह और भी वैसे आम लोग, जिनकी सुबह चाय की चुस्की के साथ होती है, वे लालू की सजा का इंतजार कर रहे हैं. हाथों में अखबार और सुबह में चाय दुकान पर यही चर्चा है कि लालू को कितने साल की सजा होगी. किसी का मानना है कि सात साल होगी, कोई तीन साल कह रहा है और कोई एक साल कह रहा है. इन सबके बीच लोगों की निगाहें लालू से जुड़ी खबरों और टीवी पर चल रही खबरों पर भी रहती हैं. लोग लालू से जुड़ी एक-एक खबर पर अपनी राय देने से नहीं चुकते हैं. आम लोगों में कुछ लोग उनके समर्थन में बोलते हैं, तो कई लोग इसे करनी का फल बताते हैं. ऐसा नहीं है कि आम लोग ही लालू की सजा की चर्चा कर रहे हैं, बिहार के खास लोग और विभिन्न पार्टियों से जुड़े नेता भी लालू की सजा की चर्चा करने मेंलगेहुए हैं.

बिहार के राजनीतिक हलकों में भी सजा पर चर्चा का बाजार गरम है. जदयू सहित भाजपा नेता भी लगातार इस पर बयान दे रहे हैं. नीरज ने हाल में सजा पर बोलते हुए कहा था कि लालू जी आप तो जेल में रहियेगा, लेकिन अपने घर में विभीषण को छोड़ दिया है. अदालत का फैसला आने के पूर्व ही अदालत पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है. जहां-जहां बाबा का चरण पड़ा है, वहां-वहां बरबादी ही हुई है. वहीं अजय आलोक ने अपनी प्रतिक्रिया में कह चुके हैं कि लालू प्रसाद यादव को मिली सजा उनके कर्मों का फल है. जेल में वह क्या करेंगे, क्या नहीं करेंगे, यह उन पर निर्भर करता है. दो दिन पहले अश्विनी चौबे ने कहा था कि एक दिन फैसला टलने से लालू प्रसाद सजा से बच नहीं पायेंगे. फैसले के दिन परिवार वालों ने भी साथ छोड़ दिया. दर्जन भर बेटा-बेटी होते हुए भी लालू के साथ अदालत में एक भी खड़ा नहीं था. जबकि, जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा था कि जिस तरह की प्रतिक्रिया आयी है, वह तकलीफ देह थी. अदालत के फैसले को सभी लोगों को सिर झुका कर स्वीकार करना चाहिए. रघुवंश, मनोज झा, तेजस्वी आदि ने जिस तरीके से फैसले को परिभाषित किया, वह अपमानजनक था.

वहीं सजा को लेकर राजद नेताओं की ओर से भी बयान आया तीन जनवरी को तेज प्रताप ने कहा कि न्यायालय में पूरी आस्था है. कोर्ट से न्याय मिलने की पूरी उम्मीद है. राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. लालू जी को जमानत मिल जायेगी. लालू प्रसाद के साथ करोड़ों लोगों की दुआ है. हमारे पास तीन ‘होप’ है- ज्यूडिशियल होप, परमेश्वर होप और बिहार की करोड़ों जनता की होप. जबकि शिवानंद तिवारी ने बोला था कि लालू प्रसाद यादव जेल में हैं, उससे पार्टी डेमोलिश नहीं होनेवाली है. हम ‘इसको’ चुनौती की तरह लेंगे. हम लोग जनता के बीच में जाने की तैयारी कर रहे हैं. छह जनवरी को पार्टी की बड़ी मीटिंग होनेवाली है. इस मीटिंग में हमलोग कार्यक्रम तय करेंगे और लोगों के बीच जायेंगे. उधर, रांची से खबर है कि लालू की सजा की बिंदु पर सुनवाई को लेकर काफी नेता जेल गेट पहुंचे थे़ समय पास करने के लिए जेल गेट के आगे झोपड़ीनुमा होटल में उन्होंने चाय की चुस्की ली़ इनमें इजिया यादव, अशोक कुमार राय, एमएलसी रणवीर सिंह, पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, विधायक अब्दुल दोजाना, आरा विधायक नवाज अली, राम विशुन सिंह उर्फ लोहिया, दिलीप राय, मणिभूषण श्रीवास्तव, रंजन कुमार आदि शामिल थे.

वहीं, पटना में चारा घोटाले में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के जेल में होने पर उनके समर्थक पटना में 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास के बाहर जमे रहे. मैं हूं लालू, तू भी अब सारा देश है लालू का पोस्टर हाथ में लिए समर्थक आवास के बाहर होकर लालू प्रसाद का नारा लगाते रहे. रांची में सीबीआइ कोर्ट द्वारा चारा घोटाले के मामले में सजा तय होना था. इसे लेकर लालू के समर्थक आवास पर पहुंच कर समर्थन में डटे रहे. राबड़ी आवास पर नेताओं के आने का भी सिलसिला जारी रहा. विधायक शक्ति सिंह यादव, शिवचंद्र राम, अख्तरुल इमाम शहीन ने आवास के अंदर जाकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात की. कोर्ट के फैसले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप हर पल सभी तरह की जानकारी लेते रहे. रांची में पार्टी के नेता भोला यादव, रघुवंश प्रसाद सिंह से भी लगातार सभी चीजों की जानकारी ली. आवास के बाहर आनेवाले समर्थकों का भी जायजा लेते रहे. आवास के बाहर जमे समर्थकों ने कहा कि राजद का हर कार्यकर्ता लालू है. साजिश के तहत लालू को फंसाया गया है. कोर्ट से उन्हें न्याय मिलेगा.

दरअसल, गुरुवार को ए से के नाम वाले आरोपियों की सजा सुनाई जानी थी. ए से के लेटर वाले चार अभियुक्त थे, इसलिए गुरुवार को लालू की सजा का ऐलान नहीं हो पाया. हालांकि, लालू यादव ने अपील की उनकी सजा का ऐलान जल्द ही किया जाए. उन्होंने कोर्ट में कहा कि कल से वीडियो कांफ्रेंसिंग होगी, वीडियो से नहीं आज ही सजा सुनाईए. आपको बता दें कि बुधवार को लालू यादव समेत मामले में अन्य दोषी भी सजा के एलान के लिए कोर्ट पहुंच गये थे. लेकिन वकीलों की मौत के कारण अन्य वकीलों ने काम करने का विरोध किया, जिसके कारण सजा के एलान को टाल दिया गया. इस केस में लालू समेत 16 लोगों को आज सजा सुनाई जानी है. अदालत ने लालू यादव को धोखाधड़ी, साजिश और भ्रष्टाचार के आरोप में आईपीसी की धारा 420, 120 बी और पीसी एक्ट की धारा 13( 2) के तहत दोषी पाया है. इस मामले में बिहार के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा और ध्रुव भगत समेत 6 लोगों को बरी कर दिया गया था.

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