नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द ही संदेशरा बंधुओं (चेतन जयंतीलाल संदेसरा और नितिन जयंतीलाल संदेसरा) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम के तहत आरोप पत्र दायर करेगा. संदेशरा बंधु गुजरात स्थित दवा कंपनी के प्रमोटर हैं और कथित तौर पर 5000 करोड़ रूपये से ज्यादा के बैंक कर्ज धोखाधड़ी मामले में वांछित हैं. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
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अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी इसके बाद इन भाइयों और अन्य आरोपियों के खिलाफ आपराधिक शिकायत के आधार पर इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस (वैश्विक गिरफ्तारी वारंट) जारी करवाने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा कि अभी वे कहां हैं, इसका उन्हें ठीक-ठीक पता नहीं हैं और वह यूएई से लेकर नाइजीरिया तक ठिकाने बदल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मनी लॉन्ढ्रिंग निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आरोप-पत्र अगले एक पखवाड़े के अंदर विशेष अदालत में दायर किये जाने की उम्मीद है.
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में अन्य आरोपियों के खिलाफ पूर्व में कुछ आरोप पत्र दायर किये थे. इन्हें अभियोजन शिकायत भी कहा जाता है. एजेंसी ने कहा कि उसने इस मामले में संदेसरा बंधु चेतन जयंतीलाल संदेसरा और नितिन जयंतीलाल संदेसरा और उनकी वड़ोदरा स्थित कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक लिमिटेड और अन्य के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में पीएमएलए का मामला दर्ज किया था. इससे दो दिन पूर्व ही सीबीआई ने 5,700 करोड़ रूपये की कथित बैंक धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार को लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था.
ईडी ने एक बयान में कहा कि वर्ष 2004-2012 के दौरान विभिन्न बैंकों द्वारा 5,700 करोड़ रूपये का कर्ज दिया गया. अगस्त, 2017 में आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किये गये थे. इसमें कहा गया कि जांच के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से एक गगन धवन है, जो कर्ज की मंजूरी के समय सत्ता केंद्रों का करीबी था.