केंद्र सरकार अब लोकसभा व विधानसभा चुनाव को एक साथ कराने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है. केंद्र सरकार दोनों चुनावों को एक साथ कराने पर विचार कर रही है. इसलिए आप यह सोच कर ना बैठ जायें कि अभी तो विस चुनाव में चार वर्ष बाकी है. यह पहले भी हो सकता है. गौरतलब है कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव को एक साथ किया जा सकता है या नहीं, इस संबंध में नीति आयोग की बैठक में भी चर्चा हुई थी और यह प्रस्ताव चुनाव आयोग को भी भेजा गया है. अगले कुछ महीने में इस पर फैसला होगा. इसलिए शुक्रवार को कोर कमेटी की बैठक के दौरान पार्टी के सांसदों व विधायकों को सचेत करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इसलिए आपको अभी से ही तैयारी शुरू करनी होगी. तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा किये गये कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना होगा.
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जागते रहो: कोर कमेटी की बैठक में ममता ने तृणमूल नेताओं को किया आगाह, कहा केंद्र एक साथ करा सकता है लोस-विस चुनाव
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने पार्टी नेताओं को जागते रहो… का आह्वान करते हुए कहा कि कोई भी नेता यह ना सोचे कि अगला चुनाव चार वर्ष बाद होगा. केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव को और पहले कराना चाहती है, इसलिए पार्टी नेताओं को अभी से ही मैदान में उतरने की हिदायत देते […]
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने पार्टी नेताओं को जागते रहो… का आह्वान करते हुए कहा कि कोई भी नेता यह ना सोचे कि अगला चुनाव चार वर्ष बाद होगा. केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव को और पहले कराना चाहती है, इसलिए पार्टी नेताओं को अभी से ही मैदान में उतरने की हिदायत देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सरकार द्वारा किये गये कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने को कहा. तृणमूल भवन में कोर कमेटी की बैठक के दौरान शुक्रवार को पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार लोकसभा चुनाव को और पहले कराना चाहती है. इसलिए पार्टी नेता अभी से ही सतर्क हो जायें. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी नेताओं को संकेत देते हुए कहा कि नयी दिल्ली के राजनीतिक माहौल में अलग ही सरगर्मी है.
मुख्यमंत्री ने जन-संपर्क बढ़ाने पर दिया जोर : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी नेताओं से जन-संपर्क बढ़ाने पर जोर देने का निर्देश दिया. जन-संपर्क बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के विभिन्न जिलों में रक्तदान शिविर लगाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से जिला से ब्लॉक स्तर तक रक्तदान शिविर का आयोजन कर 50 हजार यूनिट रक्त संग्रह करने का लक्ष्य रखा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 27 मई से 27 जून तक राज्य के सभी जिलाें में पार्टी द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया.
भाजपा के साथ गरम व कांग्रेस पर नरम : केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की राजनीति अभी से ही शुरू हो गयी. आगामी राष्ट्रपति चुनाव से ही अधिकतर विपक्षी पार्टियां भाजपा सरकार के खिलाफ मोरचा बनाने में जुट गयी है और इस मोरचा में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हैं. शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस भवन में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हुए कोर कमेटी की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी नेताओं से भाजपा के खिलाफ चौतरफा प्रचार अभियान चलाने का निर्देश दिया तो वहीं, कांग्रेस के खिलाफ नरम हाेने की हिदायत दी. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर पार्टी नेताओं से कहा कि कांग्रेस के खिलाफ कोई भी नेता कोई बयान नहीं दे सकता. कांग्रेस के संबंध में कोई भी बयान सिर्फ वही देंगी. बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश भाजपा के बढ़ते कदम को रोकने के लिए नेताओं को मैदान में उतरने का निर्देश दिया.
डेरेक ओ ब्रायन व मुकुल राय बने राष्ट्रीय उपाध्यक्षदिनेश त्रिवेदी व सुलतान अहमद के बारे में कुछ नहीं कहा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक में नयी कार्यकारिणी समिति का गठन किया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नयी समिति के सदस्यों की घोषणा करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डेरेक ओ ब्रायन व मुकुल राय होंगे. हालांकि पहले पार्टी में चार उपाध्यक्ष थे, इनमें सांसद दिनेश त्रिवेदी व सुलतान अहमद भी शामिल हैं, लेेकिन मुख्यमंत्री ने इनके नाम की चर्चा तक नहीं की. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इनके नाम के बारे में अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है. नयी कमेटी में अभिषेक बनर्जी को कौन सा पद मिला है या नहीं, इस बारे में भी किसी नेता ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सुब्रत बक्शी के नाम की घोषणा की और प्रदेश उपाध्यक्ष का पद शिशिर अधिकारी व निर्वेद राय को सौंपा गया है. वहीं, पार्टी के महासचिव में फिरहाद हकीम, अरूप विश्वास, प्रबीर घोषाल, वैश्वानर चटर्जी सहित अन्य नेताओं के नाम की घोषणा की.
विधानसभा में ममता ने पूछा मन्नान का हाल विनोद खन्ना सहित सात को दी गयी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधानसभा में विरोधी दल के नेता अब्दुल मन्नान का हाल चाल पूछा. शुक्रवार को विधानसभा का सत्र शाम चार बजे शुरू हुआ. सभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही मुख्यमंत्री ने दो नवनियुक्त मंत्रियों चंद्रिमा भट्टाचार्य व उज्ज्वल विश्वास से सभा के सदस्यों का परिचय कराया. उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने दिवंगत विधायक केपी सिंहदेव, मोहम्मद याकूब, देवनारायण चक्रवर्ती, अभिनेता विनोद खन्ना, शास्त्रीय संगीतकार किशोर अामनकर व फुटबॉलर शांत मित्रा के निधन पर शोक जताया. सदस्यों ने दो मिनट तक मौन पालन कर श्रद्धांजलि अर्पित की. दिवंगतों के प्रति मौन पालन के बाद सुश्री बनर्जी वेल में उतरी और सीधे विरोधी दल के नेता अब्दुल मन्नान के सीट की ओर बढी. श्री मन्नान मुख्यमंत्री को नजदीक आते देख कर उनकी ओर बढ़ गये. मुख्यमंत्री ने श्री मन्नान से उनके शारीरिक स्वास्थ्य की जानकारी ली. उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा में हुए हंगामा के दौरान श्री मन्नान अस्वस्थ हो गये थे. दोनों के बीच लगभग पांच मिनट तक बातचीत हुई. विरोधी दल के नेता व मुख्यमंत्री के बीच आपसी बातचीत को देख विधायक अचंभित थे.
डोला, इदरीश व सुलतान को पार्टी सुप्रीमो ने लगायी फटकार
कोर कमेटी की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सांसद डोला सेन को फटकार लगाते हुए कहा कि आप संयम में रहें. आपकी बयानबाजी व हरकत की वजह से पूरे देश में पार्टी का नाम खराब हुआ है. इस प्रकार की घटना को आगे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. गौरतलब है कि पिछले दिनों नयी दिल्ली एयरपोर्ट में विमान के अंदर सीट को लेकर सांसद डोला सेन व विमान कर्मियों के बीच विवाद हो गया था. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सांसद इदरीश अली व सांसद सुलतान अहमद को भी फटकार लगाते हुए कहा कि किसी भी पार्टी नेता सांप्रदायिक बयान देने का कोई अधिकार नहीं है. इसलिए इसे लेकर कोई बयानबाजी नहीं चलेगी. सांप्रदायिकता को लेकर कोई विवादास्पद देना नहीं चलेगा. मुख्यमंत्री ने सभी नेताओं को सतर्क करते हुए कहा कि किसी के व्यक्तिगत व्यवहार के कारण पार्टी की बदनामी नहीं होनी चाहिए, अगर ऐसा होता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
काफी शारीरिक कष्ट में थे सुदीप : ममता
कोलकाता. रोजवैली चिटफंड मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय को ओड़िशा हाइकोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी. सुदीप बंद्योपाध्याय की जमानत के बाद प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी शारीरिक स्थिति बहुत खराब थी. वह स्वयं उनको देखने गयी थीं और उनकी शारीरिक स्थिति को देख कर उन्हें काफी दुख भी हुआ था. वहीं, सुदीप बंद्योपाध्याय को गिरफ्तार करनेवाली केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ का नाम नहीं लेते हुए उस पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन लोगों ने उनका शरीर खत्म कर दिया है और वह बहुत कष्ट में थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उन्हें देखने के लिए ओड़िशा भी गयी थी. उनका वजन 20-25 किलो कम हो गया है. वह चाहती हैं कि सुदीप दा बंगाल में आकर आराम करें. उन्होंने कई दशकों तक राजनीति की है, उनका पूरा जीवन की संघर्षपूर्ण रहा है.
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