Viral Video: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र की राजनीति लंबे समय से बाहुबलियों के प्रभाव में रही है. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद इस प्रभाव को कुछ हद तक नियंत्रित किया गया था. खासतौर पर वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री योगी ने पूर्वांचल में सत्ता संतुलन और केंद्रीकरण को लेकर बड़े स्तर पर काम किया था, जिससे क्षेत्र में बाहुबलियों का प्रभाव कमजोर हुआ. हालांकि, हाल ही में चंदौली जिले में हुई एक बैठक के दौरान राजनीतिक माहौल फिर से गरमाता दिखा.
शनिवार को चंदौली जिले के जिलाधिकारी कार्यालय में दिशा कमेटी की बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने की. इस बैठक में सकलडीहा के बाहुबली सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, मुग़लसराय के भाजपा विधायक रमेश जायसवाल, सैयदराजा के बाहुबली भाजपा विधायक सुशील सिंह, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एसपी आदित्य लांग्हे, प्रभारी सीडीओ बीबी सिंह, विधायक कैलाश शाह खरवार, संतोष यादव सहित कई ब्लॉक प्रमुख मौजूद थे.
बैठक के दौरान पड़ाव से मुगलसराय तक बनने वाली सिक्स लेन सड़क को फोर लेन में बदलने के मुद्दे पर विवाद उत्पन्न हो गया. सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने सड़क निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार और मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया. इस पर भाजपा विधायक रमेश जायसवाल ने उन्हें दूसरे विधानसभा क्षेत्र के मामले में हस्तक्षेप न करने की सलाह दी. इसके बाद दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस छिड़ गई.
विवाद बढ़ने पर भाजपा नेताओं ने सपा विधायक से माफी मांगने की मांग की, जबकि सपा नेताओं ने भाजपा विधायक रमेश जायसवाल से माफी की मांग पर जोर दिया. बैठक को शांतिपूर्वक संचालित करने के लिए सांसद वीरेंद्र सिंह को कई बार हस्तक्षेप करना पड़ा, लेकिन दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अड़े रहे. इसके अलावा, बैठक के दौरान भाजपा विधायक सुशील सिंह और रॉबर्ट्सगंज के भाजपा सांसद छोटेलाल खरवार के बीच भी बहस हो गई. इस दौरान छोटेलाल खरवार ने कुछ कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिस पर सुशील सिंह भड़क गए और दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई.
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इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर वायरल हुआ, जिसे कांग्रेस ने साझा करते हुए भाजपा पर निशाना साधा. कांग्रेस ने वीडियो के साथ टिप्पणी करते हुए कहा कि चंदौली के दिशा की बैठक में भाजपा विधायक सुशील सिंह और सांसद छोटेलाल खरवार के बीच हुई बहस भाजपा नेताओं के असंतोष और उनकी कार्यप्रणाली में गड़बड़ी को उजागर करती है. कांग्रेस ने इस घटना को भाजपा की ‘गुंडई राजनीति’ करार दिया.
राजनीतिक दृष्टिकोण से चंदौली जिले का समीकरण जटिल है. जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रों में से मुगलसराय, सैयदराजा और अजगरा पर भाजपा का कब्जा है, जबकि सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव जीतकर आए हैं. चंदौली लोकसभा क्षेत्र में चंदौली के तीन विधानसभा क्षेत्रों के अलावा वाराणसी जिले का अजगरा और शिवपुर विधानसभा क्षेत्र भी शामिल है. यहां क्षत्रिय समाज का प्रभाव मजबूत है, और समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह इसी समाज से आते हैं, जिससे क्षेत्र में राजनीतिक संतुलन संवेदनशील बना रहता है.
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