Tariff War : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में न्यूयॉर्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सत्र में शामिल नहीं होंगे. भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर जारी तनाव के बीच यह खबर आई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने पर नई दिल्ली पर दंडात्मक शुल्क लगाया है. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव है.
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी वक्ताओं की सूची में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों को सालाना सत्र में संबोधन के लिए शामिल किया गया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र का उच्च स्तरीय सामान्य बहस 23 से 29 सितंबर तक होगा. इस सत्र की शुरुआत परंपरागत रूप से ब्राजील करता है, इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका का नंबर आता है.
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प्रधानमंत्री की जगह जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे
वक्ताओं की सूची के अनुसार, भारत को महासभा में 27 सितंबर की सुबह संबोधन देने है. इस सत्र में प्रधानमंत्री की जगह विदेश मंत्री एस. जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में इसे साल का सबसे व्यस्त कूटनीतिक सत्र माना जाता है, जो हर साल सितंबर में शुरू होता है. इस साल, यह सत्र इजराइल-हमास संघर्ष और यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच आयोजित होगा, जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है.
भारत-अमेरिका टैरिफ टेंशन
पिछले महीने डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने पर भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगा दिया, जिससे कुल टैरिफ 50% हो गया. भारत के विदेश मंत्रालय ने रिपब्लिकन नेता के इस कदम को अनुचित और अतार्किक बताया.
भारत और रूस अब चीन के पक्ष में : डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने एक तस्वीर साझा की थी जिसमें शी जिनपिंग, व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर आ रहे थे. इस तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा कि ऐसा लगता है जैसे “भारत और रूस अब चीन के पक्ष में चले गए हैं.” इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय चर्चा छेड़ दी.

