छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में कटौती का आदेश वापस ले लिया गया
प्रियंका गांधी ने वित्त मंत्री के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए हमला किया
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर तंज कसा
Small Savings Scheme : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने यह जानकारी दी है कि छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में कटौती का आदेश वापस ले लिया गया है. यह जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर दी जिसके बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वित्त मंत्री के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि क्या निर्मला सीतारमण ने केंद्र सरकार के इस निर्णय को लेने के पहले समीक्षा की या कुछ सोचा...या फिर ये चुनाव के कारण मोदी सरकार ने अपना ये फैसला बदल दिया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक बार चुनाव जाने दीजिए भाजपा अपना अनर्थशास्त्र फिर से लागू करेगी....
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्या कहा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि सरकार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने के फैसले को वापस लेगी और उन्होंने ब्याज दरों को 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही के स्तर पर लाने का आश्वासन दिया. सीतारमण ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया कि भारत सरकार की छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी जो 2020-2021 की अंतिम तिमाही में थी, यानी जो दरें मार्च 2021 तक थीं। पहले दिया गया आदेश वापस लिया जाएगा.
क्या है विवाद
छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों को झटका देते हुए सरकार ने बुधवार को लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और एनएससी (राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र) समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक की कटौती की थी. यह कटौती एक अप्रैल से शुरू 2021-22 की पहली तिमाही के लिये की गयी थी. वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, पीपीएफ पर ब्याज 0.7 प्रतिशत कम कर 6.4 प्रतिशत जबकि एनएससी पर 0.9 प्रतिशत कम कर 5.9 प्रतिशत कर दी गयी थी. लघु बचत योजनाओं पर ब्याज तिमाही आधार पर अधिसूचित की जाती है. ब्याज में सर्वाधिक 1.1 प्रतिशत की कटौती एक साल की मियादी जमा राशि पर की गयी थी. इस पर ब्याज 5.5 प्रतिशत से कम करके 4.4 प्रतिशत करने का फैसला किया गया था.
दिग्विजय सिंह का तंज
विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर सरकार के फैसले की आलोचना की. उन्होंने वित्त मंत्री को संबोधित करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, 'निर्मला जी यह भी हमें बता दें कि किसकी “Oversight” से यह आदेश निकले और ऐसे समय में जब भाजपा लोगों को लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है यह आदेश कैसे निकल गया. आगे उन्होंने लिखा कि चुनाव के डर से मोदीशाहनिर्मला सरकार ने अपना गरीब व आम आदमी की Small Savings की ब्याज दर का निर्णय बदल दिया. धन्यवाद. लेकिन निर्मला जी यह वादा भी कर दीजिए कि चुनाव हो जाने के बाद भी आप फिर से ब्याज दर नहीं घटाएंगीं. उन्होंने लिखा कि मोदीशाहभाजपा शासन काल में मज़दूरों और सेवारत कर्मियों पर ही गाज गिरती है। उनकी गाढ़ी कमाई की जमा राशि पर ब्याज दरें कम कर दी गई है.
Posted By : Amitabh Kumar