President Election 2022: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलायी है. शरद पवार की बैठक में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहातुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी को भी बुलावा भेजा गया है.
गोपालकृष्ण गांधी ने विपक्षी दलों का आभार जताया
ममता बनर्जी ने 15 जून को बुलायी गयी अपनी बैठक में ओवैसी को नहीं बुलाया था. 15 जून की बैठक में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में तीन नाम सामने आये थे. शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया. हालांकि, गोपालकृष्ण गांधी ने विपक्षी दलों का आभार जताया है.
शरद पवार की बैठक में AIMIM का प्रतिनिधि भी होगा शामिल
शरद पवार ने मंगलवार (21 जून 2022) को दिल्ली में ही यह बैठक बुलायी है. बताया जा रहा है कि ओवैसी को बैठक में शामिल होने का आमंत्रण भेजा गया था, लेकिन AIMIM चीफ इस बैठक में शिरकत नहीं करेंगे. लेकिन, AIMIM की ओर से इम्तियाज जलील शामिल होंगे. लेकिन, पहली बैठक बुलाने वाली तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शरद पवार की ओर से बुलायी गयी बैठक से किनारा कर लिया है. हालांकि, खबर है कि उनके भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी इस बैठक में शामिल होंगे.
शरद पवार और फारूक अब्दुल्ला ने चुनाव लड़ने से किया इंकार
ममता बनर्जी ने 15 जून की बैठक के बाद कहा कि अभी बातचीत शुरू हुई है. शरद पवार राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं. फारूक अब्दुल्ला और गोपालकृष्ण गांधी को विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है. हालांकि, फारूक के बेटे उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनके पिता के नाम पर चर्चा न करें. बाद में फारूक अब्दुल्ला ने खुद यह कहते हुए राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया कि जम्मू-कश्मीर के लिए यह वक्त बेहद नाजुक है. जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनकी ज्यादा जरूरत है.
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए होगी वोटिंग
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना जारी की जा चुकी है. 18 जुलाई को संसद के साथ-साथ राज्यों की विधानसभाओं में नये राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोटिंग होगी. 21 जुलाई को मतगणना करायी जायेगी और उसी दिन पता चल जायेगा कि देश का नया राष्ट्रपति कौन होगा. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई 2022 को समाप्त हो रहा है. इससे पहले नये राष्ट्रपति का चयन जरूरी है.