14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बीजेपी के आरोप पर सचिन पायलट का पलटवार, कहा- मिजोरम पर बम गिराने के दावे तथ्यहीन

सचिन पायलट ने बीजेपी नेता अमित मालवीय के दावों का जवाब देते हुए कहा कि आपके पास गलत तारीखें, गलत तथ्य हैं… हां, भारतीय वायु सेना के पायलट के रूप में, मेरे दिवंगत पिता ने बम गिराए थे. लेकिन वह 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान पर था, न कि जैसा कि आप दावा करते हैं.

कांग्रेस नेता और  राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मंगलवार को अपने पिता राजेश पायलट पर बीजेपी नेता की ओर से की गई टिप्पणी पर कहा कि उनके पिता पर लगाये गये आरोप तथ्यहीन है, उसमें कोई सच्चाई नहीं है.  सचिन पायलट ने कहा कि भारतीय वायु सेना के पायलट के रूप में, मेरे दिवंगत पिता ने बम गिराए थे. लेकिन, वह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान पर था, न कि जैसा कि आप दावा करते हैं, 5 मार्च 1966 को मिजोरम पर. उन्हें 29 अक्टूबर 1966 को ही भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था. बता दें, भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया था कि राजेश पायलट ने पायलट के रूप में 1966 में मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए थे.

गौरतलब है कि मालवीय ने दावा किया था कि राजेश पायलट ने बतौर पायलट 1966 में मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए थे. उन्होंने कहा था कि सुरेश पायलट भारतीय वायु सेना के विमान उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च को मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए थे. बाद में ये दोनों कांग्रेस सांसद और बाद में मंत्री बने. इंदिरा गांधी ने राजनीतिक अवसरों के माध्यम से उत्तर पूर्व में साथी नागरिकों पर हवाई हमले करने वालों को सम्मानित किया. लेकिन सचिन पायलट ने मालवीय के दावों का जवाब देते हुए कहा कि आपके पास गलत तारीखें, गलत तथ्य हैं… हां, भारतीय वायु सेना के पायलट के रूप में, मेरे दिवंगत पिता ने बम गिराए थे. लेकिन वह 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान पर था, न कि जैसा कि आप दावा करते हैं.

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कही थी यह बात

इस मामले में बीजेपी नेता और भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिजोरम की राजधानी आइजवाल पर बम गिराये थे. बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने. स्पष्ट है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया.

पीएम मोदी ने भी कही थी यह बात
इधर, संसद के मानसून सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम ने कहा भी कहा था कि 5 मार्च 1966 को कांग्रेस ने मिजोरम में असहाय नागरिकों पर अपनी वायुसेना के माध्यम से हमला करवाया था. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उस समय पीएम इंदिरा गांधी थीं. कांग्रेस वाले जवाब दें कि क्या वो किसी दूसरे देश की वायुसेना थी… पीएम मोदी ने विपक्ष से सवाल करते हुए कहा था कि उनकी सुरक्षा भारत सरकार की जिम्मेदारी थी या नहीं.. पीएम मोदी ने कहा कि आज भी इसका मिजोरम के लोग शोक मनाते हैं, लेकिन कभी किसी कांग्रेसी ने इसपर मरहम लगाने की कोशिश नहीं की. कांग्रेस ने इस सच को देश से छुपाया है.

हालांकि इस दौरान कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने पूर्व प्रधानमंत्री का बचाव किया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि मार्च 1966 में मिजोरम में पाकिस्तान और चीन से समर्थन पाने वाली अलगाववादी ताकतों से निपटने के लिए इंदिरा गांधी के असाधारण सख्त फैसले के साथ ही उन्होंने मिजोरम को बचाया. रमेश ने कहा कि भारतीय राज्य से लड़ने वालों के साथ बातचीत शुरू की और अंततः 30 जून 1986 को एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. 

Also Read: खरगे को सिर्फ अपने आवास पर ही झंडा फहराने का अनुभव… AIADMK का कांग्रेस पर कटाक्ष- कहा- BJP को पूरा समर्थन

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें