पीडीपी की नेता और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को हाउस अरेस्ट कर दिया गया है. उन्होंने आज सुरक्षा बलों पर नागरिकों की हत्या का आरोप लगाते हुए जम्मू में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. इंडिया टुडे की खबर के अनुसार महबूबा मुफ्ती को अगले आदेश तक नजरबंद किया गया है. वे श्रीनगर के प्रेस काॅलोनी में आयोजित विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जा रही थी, लेकिन उन्हें रोक दिया गया.
विरोध प्रदर्शन के दौरान महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर यह आरोप लगाया कि वह नागरिक को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रही है. आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सोमवार शाम सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो नागरिकों सहित चार लोग मारे गये थे.
पत्रकारों से बात करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जान गंवाने वाले नागरिकों के परिवार श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उनके शव सौंपने की मांग कर रहे हैं. यह क्रूर सरकार लोगों को मार कर शव भी नहीं सौंप रही है. वे गांधी, नेहरू और अंबेडकर के इस देश को गोडसे के देश में बदलना चाहते हैं.
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कई मुठभेड़ों और आतंकियों के हमलों में नागरिकों की हत्या की बाद आज जम्मू कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. इस बैठक में जम्मू कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने बुधवार को गोपालपुरा में ऑपरेशन में दो आतंकियों को ढेर कर दिया. इसके अलावा, प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के दो सहयोगियों को बुधवार को पुलवामा में पकड़ा गया. पिछले महीने श्रीनगर में एक महिला प्रधानाध्यापक और एक शिक्षक की हत्या के बाद से सुरक्षा बल आतंकवादियों के खिलाफ सघन कार्रवाई कर रही है, जिसकी वजह से कई आतंकवादी और उनके सहयोगी मारे गये हैं.
Posted By : Rajneesh Anand