Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के तहत जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में साहस और सटीकता का शक्तिशाली प्रदर्शन करते हुए भारतीय सेना के तोपखानों ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था. पाकिस्तान की ओर से जब संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया, तो भारतीय सेना ने उसका करारा जवाब दिया.
#WATCH | J&K: An Indian Army Major says, "Goli unhone chalayi thi par dhamaka humne kiya."
— ANI (@ANI) May 19, 2025
He further says, "Operation Sindoor was not a reaction; it was a calculated and mission-oriented strike. Our intention was very clear: we had to destroy the enemy's terror infrastructure… https://t.co/1Gbv3qQyoQ pic.twitter.com/2GwHpXiC3I
गोलियां उन्होंने चलाई, धमाका हमने किया : मेजर
भारतीय सेना के एक मेजर ने भारतीय सेना की शौर्य की कहानी कही और बताया, “गोली उन्होंने चलाई थी पर धमाका हमने किया.” मेजर ने आगे कहा, “ऑपरेशन सिंदूर कोई प्रतिक्रिया नहीं थी; यह एक सोची-समझी और मिशन ओरिएंट स्ट्राइक थी. हमारा इरादा बिल्कुल साफ था: हमें दुश्मन के आतंकी ढांचे और घुसपैठ में मदद करने वाली चौकियों को नष्ट करना था. हम इसके लिए मानसिक, सामरिक और तार्किक रूप से पूरी तरह से तैयार थे.
अगर वे हमारे गांव पर गोले दागेंगे, तो हम उनकी चौकियों को नष्ट कर देंगे
मेजर ने कहा, पाकिस्तानी हमले का जवाब देने के लिए हमारे पास स्वदेशी उन्नत रडार सिस्टम और विभिन्न लक्ष्य प्राप्ति प्रणालियां थीं, लेकिन इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात थी हमारे सैनिकों का जज्बा. पाकिस्तान की तरफ से बहुत सारी तोपें दागी गईं, मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी तरफ से कोई हताहत नहीं हुआ. हमारा लक्ष्य उनके आतंकी ढांचे को नष्ट करना था. जब उन्होंने हमारे नागरिक क्षेत्र और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाना शुरू किया, तो हमारा इरादा साफ था – अगर वे हमारे गांव पर गोले दागेंगे, तो हम उनकी चौकियों को भी नष्ट कर देंगे. हमारा हर गोला उनके लिए जवाब था. हमने सुनिश्चित किया कि कोई भी नागरिक न मारा जाए.
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान का मनोबल ध्वस्त किया
भारतीय सेना के मेजर ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल उनकी चौकियों को नष्ट किया, बल्कि उनके मनोबल को भी गिराया. हमारे पास अपना मौका था और हमने इसका पूरा फायदा उठाया. हमने ऐसा जवाब दिया है कि वे इस ऑपरेशन को हमेशा याद रखेंगे और भविष्य में कुछ भी करने से पहले सौ बार सोचेंगे.”