PM Modi Security Breaches: पंजाब दौरे के समय पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में सीएम भगवंत मान का बयान सामने आया है. पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा है कि पीएम की सुरक्षा में कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाए. उन्होंने कहा कि मुझे जो भी रिपोर्ट मिलेगी वह गृह मंत्रालय को सौंपी जाएगी. गौरतलब है कि बीते दिनों केन्द्र की ओर से पंजाब सरकार से पूछा गया था कि पीएम की सुरक्षा में चूक मामले में पंजाब सरकार ने क्या कार्रवाई की है इसकी रिपोर्ट सौंपे.
9 अधिकारियों पर गिर सकती है गाज: सुरक्षा में चूक मामले में जस्टिस इंदु मल्होत्रा जांच कमेटी की रिपोर्ट भी पंजाब सरकार को सौंप दी गई है. इस रिपोर्ट के आधार पर सरकार कुछ अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकती है. पंजाब सरकार अपने 9 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रिपोर्ट आने के बाद लापरवाह अधिकारियों को नोटिस दिया गया है.
चूक मामले में केंद्र सख्त: पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले को लेकर केन्द्र सख्त हो गया है. केंद्र ने पंजाब सरकार से मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है. केन्द्र ने पूछा है कि घटना के बाद पंजाब सरकार ने क्या कार्रवाई की है, उसकी विस्तृत रिपोर्ट की केन्द्र को सौंपे. बता दें, बीते साल 5 जनवरी को पीएम मोदी जब पंजाब गये थे तो उनकी सुरक्षा में चूक हो गयी थी.
क्या है पूरा मामला: साल 2022 की 5 जनवरी को पीएम मोदी फिरोजपुर के दौरे पर थे. पीएम मोदी सड़क मार्ग से बठिंडा से फिरोजपुर जा रहे थे. लेकिन 20 मिनट तक एक पीएम मोदी के काफिले को एक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा था. क्योंकि फ्लाईओवर पर अचानक से बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी आ गये थे. जिस कारण प्रधानमंत्री के काफिले को 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर ही रुकना पड़ा था. सबसे बड़ी बात की जिस इलाके में पीएम का काफिला रुका था वो आतंकियों और तस्करों का गढ़ माना जाता है.
सुप्रीम कोर्ट ने गठित की थी कमेटी: इस घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था. कमेटी की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत्त जज जस्टिस इंदु मल्होत्रा को दी थी. इस जांच कमेटी में केंद्र और राज्य सरकार के भी कई अधिकारियों शामिल थे. यह कमेटी सुरक्षा में हुई चूक समेत घटना की सभी पहलुओं की जांच की. जांच के बाद कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पंजाब सरकार को दे दी है.