10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

10 साल के 37.8 फीसदी बच्चे फेसबुक-इंस्टाग्राम पर एक्टिव, 59.2 फीसदी बच्चे करते हैं चैटिंग, स्टडी में दावा

नयी दिल्ली : अध्ययन में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. लगभग 59.2 प्रतिशत बच्चे स्मार्टफोन और इंटरनेट का इस्तेमाल व्हाट्सएप/फेसबुक/इंस्टाग्राम/स्नैपचैट आदि पर चैटिंग के लिए करते हैं. जबकि केवल 10.1 प्रतिशत बच्चे ऑनलाइन सीखने और शिक्षा के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करना पसंद करते हैं.

नयी दिल्ली : अध्ययन में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. लगभग 59.2 प्रतिशत बच्चे स्मार्टफोन और इंटरनेट का इस्तेमाल व्हाट्सएप/फेसबुक/इंस्टाग्राम/स्नैपचैट आदि पर चैटिंग के लिए करते हैं. जबकि केवल 10.1 प्रतिशत बच्चे ऑनलाइन सीखने और शिक्षा के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करना पसंद करते हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक सभी आयु वर्ग के बच्चों में करीब 30.2 फीसदी बच्चों के पास अपना स्मार्टफोन है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह भी देखना दिलचस्प है कि आयु वर्ग (8 से 18 वर्ष) के 30.2 प्रतिशत बच्चों के पास पहले से ही अपने स्मार्टफोन हैं और वे सभी उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग करते हैं. हैरानी की बात यह है कि 10 साल के 37.8 फीसदी बच्चों का फेसबुक अकाउंट है और इसी उम्र के 24.3 फीसदी लोगों का इंस्टाग्राम अकाउंट भी है.

अपने स्वयं के स्मार्टफोन का उपयोग करने वाले बच्चों के प्रतिशत की प्रवृत्ति रेखा ने 13 वर्ष की आयु के बाद से तेजी से वृद्धि दिखाई है. हालांकि, इंटरनेट का उपयोग करने के लिए लैपटॉप/टैबलेट का उपयोग करने वाले बच्चों की संख्या सभी उम्र में स्पष्ट रूप से स्थिर है. अध्ययन में कहा गया है कि यह हमें इस कटौती की ओर ले जा सकता है कि माता-पिता अपने 12-13 वर्ष की आयु के बच्चों को लैपटॉप या टैबलेट की तुलना में अधिक स्मार्टफोन प्रदान करने के इच्छुक हैं.

Also Read: Twitter Update: जल्द मिलेगा अपवोट और डाउनवोट बटन, मजेदार होगा एक्सपीरिएंस

यह रिपोर्ट 5,811 प्रतिभागियों पर की गयी थी, जिसमें देश के छह राज्यों के 60 स्कूलों के 3,491 स्कूल जाने वाले बच्चे 1,534 माता-पिता और 786 शिक्षक शामिल थे. यह सभी क्षेत्रों (पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और उत्तर-पूर्व क्षेत्रों) का एक राष्ट्रव्यापी अध्ययन है, जिसमें 15 स्थानों का चयन किया गया है, तीन क्षेत्रों, प्रति क्षेत्र 1,000 उत्तरदाताओं, और हितधारकों यानी स्कूली बच्चों, माता-पिता और शिक्षकों का चयन किया गया है.

अध्ययन में भाग लेने वाले सभी बच्चों के बीच आयु वितरण भी विविध था, बच्चे प्रतिभागियों की औसत आयु 14 वर्ष थी. अध्ययन से पता चलता है कि उम्र और सोशल मीडिया अकाउंट होने के बीच सीधा संबंध है. सोने से पहले मोबाइल के इस्तेमाल से बच्चों पर नींद संबंधी विकार, नींद न आना, चिंता और थकान आदि जैसे प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं.

जबकि अध्ययन से पता चला है कि 72.70 प्रतिशत शिक्षकों को स्मार्टफोन का उपयोग करने का कोई पूर्व अनुभव नहीं था, लगभग 54.1 प्रतिशत का मानना ​​​​है कि कक्षा में स्मार्टफोन का उपयोग “बेहद या कुछ हद तक विचलित करने वाला” है. अध्ययन में कहा गया है कि माता-पिता को स्क्रीन समय में कमी सुनिश्चित करने के लिए बच्चों को अन्य जीवन कौशल से परिचित कराना चाहिए.

Posted By: Amlesh Nandan.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें