Holi 2025 : होली का त्योहार उल्लास और उमंग का प्रतीक है, लेकिन जश्न के दौरान लापरवाही और हुड़दंग कई लोगों के लिए खतरा बन गया. बीते 24 घंटे में 150 से अधिक लोग घायल होकर अस्पताल पहुंचे. इनमें सड़क दुर्घटनाओं, ऊंचाई से गिरने, मारपीट और आंखों में रंग चले जाने जैसी घटनाओं के मरीज शामिल थे.

ट्रॉमा सेंटर में पहुंचे 71 मरीज
शहर के प्रमुख अस्पतालों में घायलों की संख्या लगातार बढ़ रही है. स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में 71 मरीज पहुंचे, जिनमें 30 से अधिक को गंभीर हालत में सर्जिकल इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया. इसके अलावा, मेडिसिन इमरजेंसी में 75, कार्डियोलॉजी विभाग में 13 और महिला एवं प्रसूति रोग विभाग की इमरजेंसी में 4 मरीज इलाज के लिए पहुंचे.

सड़क हादसे में 32 घायल
होली के दौरान तेज रफ्तार बाइक और लापरवाही से वाहन चलाने के कारण कई सड़क दुर्घटनाएं हुईं. अस्पताल प्रशासन के अनुसार, बीते 24 घंटे में सड़क हादसों के कारण घायल 32 लोगों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा, होली के हुड़दंग के दौरान आपसी झगड़ों और मारपीट की घटनाएं भी सामने आईं, जिनमें गंभीर चोटें आईं.
संक्रमण के भी मामले सामने आए
होली के रंगों के कारण आंखों में जलन और संक्रमण के मामले भी सामने आए. मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ. संतोष सिंह ने बताया कि रंगों के कारण आंखों की परेशानी लेकर कई मरीज इमरजेंसी में पहुंचे. इनमें से कुछ को तुरंत इलाज की जरूरत पड़ी.
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आपात स्थितियों को देखते हुए अस्पतालों में विशेष इंतजाम
होली के दौरान संभावित आपात स्थितियों को देखते हुए अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए गए थे. 50 बेड की इमरजेंसी और 10 बेड का ICU पहले से ही आरक्षित रखा गया था. डॉ. संतोष सिंह ने बताया कि डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पूरी तरह सतर्क थी और घायलों को त्वरित उपचार दिया गया.