गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला ले जा रही है. ऐसी खबर आ रही है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करेगा.
पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह के मार्गदर्शन में तैयार होगा पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एसओपी
गृह मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करेगा. दरअसल यह फैसला इस बीच लिया जा रहा है, जब प्रयागराज में पत्रकार बनकर आए तीन लोगों ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी थी.
शनिवार देर राज अतीक अहमद और अशरफ की गोलीमार कर हत्या
गौरतलब है कि गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात हत्या कर दी गयी. पुलिस ने रविवार की सुबह तीन आरोपियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की. दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में लवलेश तिवारी (बांदा), मोहित उर्फ सनी (हमीरपुर) और अरुण मौर्य (कासगंज-एटा) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 302 (हत्या) और 307 (हत्या के प्रयास) के अलावा आयुध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
अतीक और अशरफ को मेडिकल टेस्ट के लिए ले जा रही थी पुलिस, तभी हुई हत्या
अतीक (60) और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब पुलिस दोनों को चिकित्सकीय जांच के लिए मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी. इस दोहरे हत्याकांड का एक वीडियो सार्वजनिक हुआ है, जिसमें तीन हमलावर दोनों भाइयों को गोली मारते नजर आ रहे हैं और गोली लगते ही दोनों भाई जमीन पर गिर जाते हैं. गोलियों से छलनी दोनों के शवों को घटनास्थल से ले जाया गया. इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद से इलाके में तनाव है.
अतीक और अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में लाया गया था प्रयागराज
गौरतलब है कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 2006 के उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में सुनवाई के लिए प्रयागराज लाया गया था. दोनों को गुजरात के अहमदाबाद में उच्च सुरक्षा वाली साबरमती केंद्रीय जेल से 26 मार्च को प्रयागराज लाया गया था. अदालत ने 28 मार्च को अपहरण मामले में अतीक और दो अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. अतीक पर उमेश पाल हत्याकांड सहित 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे.