प्रधानमंत्री मोदी ने की दो-दो लाख रुपये की सहायता की घोषणा
पुलिस ने कोल्हापुर जिले में बस के नदी में बहने से कुछ पल पहले उसमें सवार 11 लोगों को बचाया
रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में रेड अलर्ट जारी
Maharashtra Floods / Heavy Rain : महाराष्ट्र में पिछले 48 घंटे के दौरान भूस्खलन समेत वर्षाजनित घटनाओं के कारण 129 लोगों की मौत हो गयी. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तटीय रायगढ़ जिले में महाड तहसील के एक गांव के नजदीक गुरुवार को भूस्खलन होने के कारण 38 लोगों की मौत होने के साथ ही महाराष्ट्र में पिछले 48 घंटे के दौरान वर्षाजनित घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 129 हो गयी है.
भूस्खलन के अलावा बाढ़ के पानी में बह जाने के कारण भी कई लोगों की मौत हो गयी. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के सतारा जिले में वर्षाजनित घटनाओं के कारण 27 लोगों की मौत हो गयी. इसके अलावा गोंडिया और चंद्रपुर जिले में भी कुछ लोगों के मरने की सूचना मिली है.

लगातार हो रही बारिश ने रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे और नागपुर में भारी तबाही मचायी है. रायगढ़ और रत्नागिरी में 70 से अधिक लोग लापता बताये जा रहे हैं. गुरुवार शाम रायगढ़ के तलई गांव में पहाड़ का मलबा गिर गया. इसके नीचे 35 घर दब गये. इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गयी. 15 लोगों को बचाया गया है, जबकि 10 से ज्यादा लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं. प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है.

महाराष्ट्र में बाढ़ के हालात पर हमारी नजर बनी हुई है. केंद्र की ओर से पूरी मदद की जा रही है.
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
स्थान – बारिश
जवहर- 430 मिमी
वाडला- 420 मिमी
माथेरन- 330 मिमी
पेठ- 310 मिमी
लोनावला- 310 मिमी

-मुंबई के गवंडी इलाके में एक बिल्डिंग के गिरने से तीन लोगों की मौत हो गयी.
-आज से कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में और बढ़ेगी भारी बारिश की तीव्रता
-रत्नागिरी में पावर सप्लाई ठप, आठ मरीजों की मौत, सभी थे ऑक्सीजन सपोर्ट पर
-चिपलून पिछले 24 घंटे से डूबा, भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग का आधा हिस्सा पानी में
-रायगढ़ और रत्नागिरी सहित छह जिलों में भूस्खलन और भारी वर्षा
-महाबलेश्वर में पिछले 24 घंटों के दौरान 595 मिमी बारिश, अबतक सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड

खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रहीं नदियां : रत्नागिरी में जगबुडी नदी खतरे के निशान से दो मीटर और वशिष्ठ नदी खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है. कजली, कोडावली, शास्त्री और बावंडी नदियों ने भी खतरे के निशान को पार कर लिया है.

Posted By : Amitabh Kumar

