इंदौर : मध्य प्रदेश में किसानों के सब्सिडी वाले यूरिया से तरल साबुन बनाने के कारखाने का भंडाफोड़ हुआ है. इस कारखाने से 540 किलोग्राम खाद भी बरामद हुआ है. इंदौर स्थित इस कारखाने में सब्सिडीयुक्त यूरिया से बर्तन मांजने का तरल साबुन बनाया जाता था.
यह खुलासा ऐसे वक्त हुआ है, जब प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस रबी सत्र के दौरान सूबे में किसानों के लिए खाद की किल्लत का दावा कर रहा है. हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस दावे को खारिज कर रही है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर के नावदापंथ इलाके के कारखाने में मारे गये छापे में पता चला कि वहां किसानों के सब्सिडीयुक्त यूरिया के इस्तेमाल से बर्तन मांजने का तरल साबुन बनाया जा रहा था. उन्होंने बताया कि इस छापे में पुलिस के साथ कृषि विभाग के अफसर भी शामिल थे.
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कृषि विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि छापे के दौरान कारखाने में सरकारी सब्सिडी वाले नीम कोटेड (नीम लेपित) यूरिया की 540 किलोग्राम वजनी खेप का अवैध भंडारण मिला. उन्होंने बताया कि कारखाने का संचालक बुरहानुद्दीन एक किसान के जरिये सरकारी सब्सिडी वाला यूरिया खरीदता था और इस किसान की तलाश की जा रही है.
अधिकारी ने बताया कि चंदन नगर पुलिस थाने में कारखाने के संचालक के खिलाफ भारतीय दंड विधान और आवश्यक वस्तु अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कराया गया है. इसकी विस्तृत जांच शुरू कर दी गयी है.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सरकार ने नीम कोटेड यूरिया का निर्माण शुरू किया है, ताकि किसानों का हक कोई मार नहीं सके. नीम कोटिंग की वजह से उद्योगों में इसका इस्तेमाल नहीं हो पायेगा और इसकी कालाबाजारी भी बंद हो जायेगी.
Posted By: Mithilesh Jha