Kolkata Law Student Assault: कोलकाता की एक लॉ छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार मामले में मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट में क्रूरता और जबरन यौन संबंध बनाने के संकेत मिले हैं. मेडिकल जांच के निष्कर्षों के अनुसार, महिला के गले के आसपास खरोंच के निशान थे. उसके गले के नीचे कुछ निशान थे. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उसके शरीर पर कोई घाव (कट) नहीं था. इसमें यह भी कहा गया कि उसके शरीर पर मिले चोट के निशानों की प्रकृति को देखते हुए यौन उत्पीड़न की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की 24 वर्षीय छात्रा द्वारा सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाए जाने के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह मामला कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इसी तरह के अपराध के 10 महीने से ज्यादा समय बाद दर्ज किया गया है. आरजी कर मामले के बाद शहर और देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए थे.
मोनोजीत मिश्रा के विवाह प्रस्ताव को पीड़िता ने अस्वीकार कर दिया
छात्रा ने आरोप लगाया कि 25 जून को उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. मुख्य आरोपी 31 वर्षीय मोनोजीत मिश्रा है. वह एक पूर्व छात्र है और तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) का वर्तमान महासचिव है. उसके विवाह प्रस्ताव को पीड़िता ने अस्वीकार कर दिया था. पुलिस को शक है कि पीड़िता के मना करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया गया है.
बीजेपी और टीएमसी आमने–सामने
मामले में कॉलेज सुरक्षा गार्ड को भी गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि उसने कथित तौर पर अपराध रोकने के लिए कुछ नहीं किया. जानबूझकर अधिकारियों या पुलिस को सूचित नहीं किया. घटना के बाद बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी आमने–सामने है, क्योंकि ममता बनर्जी की पार्टी के एक कैडर की कथित संलिप्तता है.
तृणमूल ने जहां एक ओर न्याय का आश्वासन दिया है और घटना की निंदा की है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने भी मिश्रा की कई तृणमूल नेताओं के साथ तस्वीरें शेयर करते हुए पलटवार किया. तस्वीरों में सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी नजर आ रहे हैं.

