IRCTC Scam Case: बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने लालू यादव और उनके परिवार पर हमला करते हुए कहा, “तेजस्वी यादव बिहार को बदलने जा रहे हैं, जिनके खिलाफ विशेष अदालत द्वारा 420 (धोखाधड़ी के लिए पूर्ववर्ती भारतीय दंड संहिता की धारा 420) का आरोप तय किया जा रहा है.” रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि उन्होंने कथित तौर पर नौकरी का वादा करके गरीब लोगों से जमीनें हड़प लीं. भाजपा नेता ने पूछा कि क्या यही वह सामाजिक न्याय है जिसकी तेजस्वी और उनके परिवार के सदस्य बात करते हैं.
चारा खाना, कोलतार पीना, सरकारी ठेके देने में हेराफेरी लालू प्रसाद का शासन मॉडल : बीजेपी
रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया, ‘‘चारा खाना, कोलतार पीना, सरकारी ठेके देने में हेराफेरी करना और नौकरी का वादा करके जमीन हासिल करना लालू प्रसाद का शासन मॉडल था.’’ बीजेपी नेता ने लोगों से तेजस्वी के रोजगार के वादों के झांसे में न आने की अपील की. उन्होंने कहा, “आपको नौकरी तो नहीं मिलेगी, लेकिन अपनी जमीन गंवा देंगे.”
रविशंकर प्रसाद ने बताया क्या है मामला
रविशंकर प्रसाद ने पूरे मामले को बताया, कहा- “ब्रिटिश काल में रेलवे के अधीन 2 होटल थे. एक होटल, बीएनआर होटल, झारखंड के रांची में स्थित था और दूसरा पुरी में था. रेलवे इन होटलों के रखरखाव का काम किसी और को पट्टे पर देना चाहता था. पटना के सुजाता होटल्स को उस आवेदन के लिए योग्य बनाया गया था. केवल एक निविदा सही पाई गई, बाकी को खारिज कर दिया गया… होटल के मालिक, कोचर बंधुओं के पास पटना में 3 एकड़ का एक प्लॉट था, जिसकी कीमत 93 करोड़ रुपये थी… इसे प्रेम गुप्ता की पत्नी द्वारा संचालित एक कंपनी को बेच दिया गया था. फिर इसे कम कीमत पर यादव परिवार को बेच दिया गया… 1993 से 2007 तक, तेजस्वी यादव के पास 9 कृषि भूमि थी और 2 गैर-कृषि भूमि, पटना में 1 व्यावसायिक प्लॉट और भोपाल में 1…राबड़ी देवी के पास पटना में 3 कृषि और 4 गैर-कृषि भूमि, 1 व्यावसायिक और 5 आवासीय प्लॉट हैं…उनकी आय का स्रोत क्या है?…किस आधार पर बिहार के हर परिवार को नौकरी का वादा करके लुभाया जा रहा है?…उनका रिकॉर्ड रेलवे की संपत्ति बेचकर मुनाफा कमाने का है.”
कोर्ट ने लालू, राबड़ी और तेजस्वी के खिलाफ आरोप तय किया
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को आईआरसीटीसी घोटाला मामले में राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे व राज्य में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ आरोप तय किया. विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है और भूमि हस्तांतरण के संबंध में गंभीर संदेह है. आरोप पढ़े जाने के बाद लालू और उनके परिवार ने खुद को निर्दोष बताया और मुकदमे का सामना करने की बात कही. यह मुकदमा अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में शुरू होने की संभावना है.
सीबीआई के आरोपपत्र में क्या है खास?
सीबीआई के आरोपपत्र के अनुसार, 2004 और 2014 के बीच कथित तौर पर एक साजिश रची गई थी, जिसके तहत पुरी और रांची स्थित भारतीय रेलवे के बीएनआर होटलों को पहले आईआरसीटीसी को हस्तांतरित किया गया और बाद में, इनके संचालन, रखरखाव और देखभाल के लिए, बिहार के पटना स्थित सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को पट्टे पर दे दिया गया. एजेंसी ने आरोप लगाया कि निविदा प्रक्रिया में धांधली और हेराफेरी की गई और निजी संस्था सुजाता होटल्स की मदद के लिए शर्तों में फेरबदल किया गया. आरोपपत्र में आईआरसीटीसी के समूह महाप्रबंधक वी के अस्थाना और आर के गोयल के साथ-साथ सुजाता होटल्स के निदेशक और चाणक्य होटल के मालिक विजय कोचर और विनय कोचर का भी नाम है.

