India Pakistan Conflict: सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग की ओर से आयोजित ‘भविष्य के युद्ध और संघर्ष’ विषय पर बोलते हुए सीडीएस ने भारत और पाकिस्तान के बीच संषर्घ की जानकारी दी. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में जनरल चौहान ने स्पष्ट किया कि यह ‘ऑपरेशन’ अभी समाप्त नहीं हुआ है और ‘‘शत्रुता में अस्थायी रूप से ठहराव’’ आया है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस पर विस्तृत उत्तर दूंगा.’’
सीडीएस ने फुटबॉल और क्रिकेट का उदाहरण देकर भारत-पाकिस्तान संघर्ष का दिया जवाब
सीडीएस ने फुटबॉल और क्रिकेट का उदाहरण देकर भारत-पाकिस्तान के बीच बीते दिनों हुए संघर्ष पर कहा, ‘‘मान लीजिए कि आप एक फुटबॉल मैच में जाते हैं और 4-2 से जीत जाते हैं; उसने दो गोल किए और आपने चार गोल किए. तो यह एक बराबरी का मैच है.’’ उन्होंने इसके तुरंत बाद क्रिकेट के रूपक के जरिए शत्रुता के परिणाम के बारे में स्पष्ट रूप से अंतर बताया. जनरल चौहान ने कहा, ‘‘लेकिन मान लीजिए कि आप क्रिकेट टेस्ट मैच खेलने जाते हैं और आप ‘पारी से हराकर’ जीत दर्ज करते हैं, तो इसमें यह सवाल ही नहीं उठता कि आपने कितने विकेट लिए, कितनी गेंदें खेलीं और कितने खिलाड़ी खेले. यह एक पारी की हार है.’’
पाकिस्तान हजारों जख्म देकर भारत को लहूलुहान करना चाहता है : सीडीएस
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने कहा कि पेशेवर सेनाएं अस्थायी नुकसान से प्रभावित नहीं होतीं, क्योंकि समग्र परिणाम ऐसे नुकसान से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होते हैं. शीर्ष सैन्य कमांडर ने कहा कि पाकिस्तान भारत को हजारों जख्म देकर लहूलुहान करने की नीति पर चल रहा है, लेकिन नयी दिल्ली ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए सीमापार आतंकवाद के खिलाफ पूरी तरह एक नयी लक्ष्मण रेखा खींच दी है. जनरल चौहान ने अपनी आलोचना को खारिज किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के प्रारंभिक चरण में भारत ने लड़ाकू जेट विमान खो दिए. उन्होंने कहा, ‘‘जब मुझसे हमारी ओर से हुई क्षति के बारे में पूछा गया तो मैंने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि परिणाम और आप कैसे कार्य करते हैं, यह महत्वपूर्ण है.’’ चौहान ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि नुकसान और संख्या के बारे में बात करना सही नहीं होगा. सीडीएस ने कहा कि युद्ध में यदि नुकसान भी होता है, तो आपको अपना मनोबल बनाए रखना होता है. उन्होंने कहा कि नुकसान महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि परिणाम महत्वपूर्ण हैं.