Flood Alert: देश के कई राज्यों में बारिश का कहर है. मानसून की भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश का भी हाल बेहाल है. गुरुवार को बारिश के कहर के बीच रावी नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण कांगड़ा जिले के सुदूर बड़ा बंगाल गांव में कई सरकारी इमारतें बह गईं. हालांकि राहत की बात यह है कि बाढ़ में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. एसडीएम संकल्प गौतम ने बताया कि एक प्राथमिक और हाई स्कूल, पंचायत घर, एक आयुर्वेदिक औषधालय और एक नागरिक आपूर्ति भंडार तेज बहाव में बह गए. नागरिक आपूर्ति भंडार में लगभग 70 क्विंटल राशन रखा था. दो पुलों के बह जाने से गांव राज्य के बाकी हिस्सों से कट गया है.

100 से अधिक चरवाहे और मवेशी फंसे
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्थानीय निवासी ने बताया कि गांव के 100 से अधिक चरवाहे अपने मवेशियों के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में फंस गए हैं. यहां तक की लगातार हो रही भारी बारिश के कारण गांव के कई मकानों के गिरने का खतरा है. गुरुवार को चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग, पंडोह के पास कांची मोड़ पर सड़क का एक हिस्सा धंस जाने के बाद अवरुद्ध हो गया. सड़क बंद हो जाने के कारण दोनों तरफ कई वाहन फंस गए. वहीं व्यास नदी का पानी इलाके में घुसने के बाद मनाली की तिब्बती कॉलोनी में फंसे करीब 130 लोगों को पुलिस ने बचा लिया. एनडीआरएफ (NDRF) की टीम ने कांगड़ा जिले के इंदौरा में अरनी विश्वविद्यालय परिसर में फंसे 425 छात्रों और शिक्षकों को बचाया.

तेज बारिश और बाढ़ से बहुत नुकसान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के मुताबिक प्रदेश के 12 में से 11 जिलों में कुल 536 सड़कें बंद हैं. चंबा जिले में संचार नेटवर्क पूरी तरह ठप हो गया है. बंद सड़कों में से 217 मंडी जबकि 167 कुल्लू जिले में हैं. एसईओसी ने बताया कि करीब 1,184 बिजली आपूर्ति ट्रांसफार्मर और 503 जलापूर्ति योजनाएं भी बारिश और बाढ़ के कारण बाधित हुई हैं.

बीते 24 घंटों में कई जिलों में जोरदार बारिश
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बीते 24 घंटों के दौरान जोरदार बारिश दर्ज की गई. मंडी के पंडोह में बुधवार शाम से 108 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. वहीं भरेरी में 63.8 मिलीमीटर, मंडी में 56.8 मिलीमीटर, गोहर में 53 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. शिमला, जुब्बारहट्टी और सुंदरनगर में भी गरज-चमक के साथ भारी हुई.

एसईओसी के आंकड़ों के मुताबिक 20 जून से 26 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में बारिश और बारिश संबंधी गतिविधियों में कम से कम 158 लोगों की मौत हुई है. जबकि 38 लोग लापता हैं. राज्य में अब तक अचानक बाढ़ आने की 90, बादल फटने की 42 और बड़े भूस्खलन की 85 घटनाएं हुई हैं. आंकड़ों के अनुसार राज्य को 2,623 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. (इनपुट भाषा)

Flood Alert: हिमाचल में बारिश और बाढ़ से तबाही

