10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गोबर से बनी यह डिवाइस खत्म करती है मोबाइल रेडिएशन, चप्पल के भी दिव्यकांत ने गिनाये फायदे

गाय के गोबर का इस्तेमाल अगर चप्पल बनाने, मुर्तियाों के साथ - साथ मोबाइल के रेडिएशन को खत्म करने वाली डिवाइस बनाने में किया जाये तो आप क्या कहेंगे . हैरान ना हों, अहमदाबाद के दिव्यकांत दुबे इस पर काम कर रहे हैं और गाय के गोबर से जुड़े कई प्रोडक्ट भी बना चुके हैं.

गाय के गोबर का इस्तेमाल अगर चप्पल बनाने, मुर्तियाों के साथ – साथ मोबाइल के रेडिएशन को खत्म करने वाली डिवाइस बनाने में किया जाये तो आप क्या कहेंगे . हैरान ना हों, अहमदाबाद के दिव्यकांत दुबे इस पर काम कर रहे हैं और गाय के गोबर से जुड़े कई प्रोडक्ट भी बना चुके हैं.

लंबे समय से कर रहे हैं शोध

आज भी गांवों में मिट्टी के घरों को गोबर से लीपा जाता है. अगर आज के जमाने में कोई ये कहे कि वह गोबर के उत्पाद बना रहे हैं तो शायद आप इसके महत्व को ना समझ पायें लेकिन स्वास्थ्य के लिहाज से यह बेहद अहम है. गोबर से उत्पाद बनाने के लिए पिछले 8-10 सालों से शोध कर रहे हैं. पेश से पेंटर रहे दिव्यकांत की दिलचस्पी लंबे समय तक गोबर के उत्पाद बनाने में रही . वह पेंटर का काम करते हैं जिसमें साइन बोर्ड पेंट करके, मूर्तियां बनाकर अपनी आजीविका चलाते हैं.

Also Read: Covid Vaccine Update India : वैक्सीन लगाने से पहले पढ़ लें क्या है वैज्ञानिकों की राय

हाल में ही गोबर से उन्होंने चप्पल बनाया. यह चप्पल मजबूत और टिकाऊ तो है ही सेहत के लिहाज से भी लाभदायक है. दुबे अपनी गोबर की चप्पलों का जिक्र करते हुए कहते हैं, गोबर की चप्पल के फायदे हैं इसके फायदे को समझना है तो पुराने समय में चलकर समझना होगा. पहले के लोग नंगे पांव रहते थे , मिट्टी के घर गोबर से लीपे जाते थे.

गोबर के चप्पल का फायदा

इसका सीधा फायदा उनकी सेहत को मिलता था. अब शहरों में तो घर गोबर से नहीं लीपे जा सकते हैं लेकिन गोबर की चप्पल का इस्तेमाल तो घर में किया जा सकता है. दिव्यकांत दुबे ने इस चप्पल की सोध में इतना ध्यान दिया है कि इसे आधे घंटे पानी में रख देने से भी यह नहीं टूटता ना खराब होता है.

वातारवरण को शुद्ध करता है गाय का गोबर

दिव्यकांत कहते हैं कि गोबर की मुर्तियां वातावरण को शुद्ध करती है. इसलिए यह फायदेमंद है. गोबर से वह भगवान कृष्ण, राधा कृष्ण, मा सरस्वती, सीता राम सहित कई भगवान की प्रतिमा बनायी है. गोबर की मुर्ति ईको फ्रेंडली है, इसका जहां भी विसर्जन होगा वहां की जमीन को फायदा ही होगा नुकसान नहीं होगा. इसके अलावा मोबाइल रेडिएशन को खत्म करने के लिए गाय के गोबर से एंटी रेडिएशन डिवाइस बनायी गयी है.

Also Read: स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया आदेश, आठ से 30 जनवरी तक ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों की होगी कोरोना जांच

कैसे खत्म होता है रेडिएशन

इस डिवाइस को बेहद छोटी गाय के गोबर से बनी इस डिवाइस को फोन के पीछे चिपकाने से मोबाइल से निकलने वाला रेडिएशन प्रभावहीन हो जाता है. इस डिवाइस की कीमत भी मात्र 10 रुपये रखी गयी है. दिव्यकांत बताते हैं इसे डिवाइस को गुजरात यूनिवर्सिटी ने भी प्रभावशाली माना है. गोबर से सामान बनाने के शोध में उन्होंने कई ऐसी मशीनें भी बना ली है जो तुरंत सामान तैयार कर देती हैं. वह कई दूसरे लोगों को भी अपने साथ जोड़ रहे हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें