फायरिंग में पांच लोगों की मौत हो गयी है और एक अस्पताल में भरती है. फायरिंग करने वाले कांस्टेबल सातेप्पा एसके को भी गोली लगी है और उनकी मौत हो गयी है. बीएसएफ के आईजी आसिफ जलाल ने घटना के बारे में जानकारी दी है.
कांस्टेबल सातेप्पा एसके ने की फायरिंग
एएनआई न्यूज ने बीएसएफ के हवाले से जानकारी दी गयी है कि कांस्टेबल सातेप्पा एसके ने आज अमृतसर के शिविर में अचानक अपनी सर्विस रिवाल्वर से फायरिंग कर दी है. इस फायरिंग में पांच लोगों की मौत हुई है जिसमें कांस्टेबल सातेप्पा भी शामिल हैं. इस घटना की जांच के लिए जांच कमेटी गठित कर दी गयी है.
आज सुबह हुई फायरिंग की घटना
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना सुबह साढ़े नौ से पौने 10 बजे के बीच उस समय हुई, जब कांस्टेबल सातेप्पा एसके ने अपनी सर्विस राइफल से अपने पांच साथी कर्मियों पर फायरिंग कर दी और इस दौरान आरोपी सातेप्पा की भी मौत हो गयी.
अटारी-बाघा सीमा चौकी के पास हुई घटना
यह घटना भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-बाघा सीमा चौकी से करीब 12-13 किलोमीटर दूर खासा इलाके में 144वीं बटालियन के परिसर में हुई. अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि फायरिंग करने वाले कांस्टेबल ने स्वयं को गोली मारी या वह किसी अन्य ने उसे गोली मार दी.
काम के घंटों को लेकर नाराज थे कांस्टेबल सातेप्पा एसके
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी अपने काम के घंटों को लेकर गुस्से में था और उसने सेकेंड-इन-कमांड रैंक के अधिकारी के परिसर में खड़े वाहन पर भी गोलियां चलायी. बीएसएफ महानिरीक्षक (पंजाब) के रूप में पिछले सप्ताह कार्यभार संभालने वाले आसिफ जलाल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान इस बात से इनकार किया कि (आरोपी और जान गंवाने वाले अन्य कर्मियों के बीच) कोई शत्रुता थी या ड्यूटी संबंधी कोई समस्या थी.
बीएसएफ ने की घटना की निंदा
महानिरीक्षक ने कहा कि पुलिस और उनका बल मामले की जांच कर रहा है. बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जिसमें अमृतसर में बल के एक शिविर में एक जवान की गोलीबारी में पांच बीएसएफ कर्मियों की मौत हो गई. गोलीबारी में घायल हुए छठे जवान की स्थिति गंभीर है और वह अस्पताल में भर्ती है. गोलीबारी की चपेट में आने वालों में कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल रैंक के कर्मी शामिल हैं.