Aaj Ka Mausam: देश के कई राज्यों में मौसम में तेजी से बदलाव नजर आ रहा है. साइक्लोनिक सर्कुलेशन और कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण बीते दिनों उत्तर भारत समेत कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश देखने को मिली. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 4-5 दिनों तक दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में बारिश की गतिविधियों में इजाफा और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. वहीं, कई राज्यों से मानसून की विदाई भी होने लगेगी. आईएमडी के मुताबिक अगले कुछ दिनों में मानसून की तेजी से वापसी होगी. अगले 2-3 दिनों के दौरान गुजरात के कई हिस्सों, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ और भागों समेत महाराष्ट्र के कुछ भागों से दक्षिण-पश्चिम मानसून के वापस लौटने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई है. हालांकि अभी कुछ राज्यों में बारिश का दौर जारी रह सकता है. इसके साथ ही कई राज्यों में अब गुलाबी सर्दी की शुरुआत होने लगेगी.
देश में फिलहाल कैसा है मौसमी सिस्टम?
स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ एक प्रेरित निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में अब पूर्वी हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों पर स्थित है. एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है. इसके अलावा दक्षिण बांग्लादेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इन मौसमी गतिविधियों के कारण पिछले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तरी पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई. असम और मेघालय, झारखंड के कुछ हिस्सों, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई.
राजस्थान में गिरा पारा
राजस्थान के कई इलाकों में बीते दिनों हुई भारी बारिश होने और तेज हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट आई है. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार बुधवार सुबह तक बीते 24 घंटे में उत्तरी हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में तीन से आठ डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो सप्ताह के दौरान राज्य के अधिकतर भागों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. इसके बाद धीरे-धीरे सर्दी बढ़ने लगेगी. न्यूनतम तापमान में गिरावट आने लगेगी.
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी जारी
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है. कुल्लू-मंडी जिलों, लाहौल-स्पीति जिले के कई हिस्सों में बुधवार को बर्फबारी हुई. ऊंचाई वाले इलाकों में शीतलहर भी जारी है. लाहौल-स्पीति के गोंधला में 30 सेंटीमीटर, केलांग में 15 सेंटीमीटर, हंसा में 5 सेंटीमीटर और कुकुमसेरी में 3.2 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई. इसके अलावा राज्य के निचले और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में मध्यम से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई. मुरारी देवी, कांगड़ा, पालमपुर, सुंदरनगर, जुब्बड़हट्टी और शिमला में गरज के साथ बारिश हुई, वहीं नारकंडा, कुफरी, नेरी और ताबो में तेज हवाएं चलीं. मौसम विभाग ने गुरुवार को निचले और मध्यम पहाड़ी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है.
आज कहां होगी बारिश
स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु में मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गोवा और दक्षिण कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. पश्चिमी हिमालय, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और मध्य महाराष्ट्र में हल्की बारिश की संभावना है.

