नयी दिल्ली : आरएसएस के पूर्व प्रचारक व सिक्किम के गर्वनर रह चुके केदारनाथ सहानी के स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक बार फिर कालाधन पर हमला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग कालेधन के पक्ष में खुलेआम मैदान में उतर रहे हैं. किसी भी देश में मूल्यों का पतन सबसे खराब बात होती है.
उन्होंने पुरानी पीढ़ी को याद करते हुए कहा कि भारत में लोग पहले चोरी करने से डरते थे. प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनकी उम्र 80 साल है. वो शायद ही कभी परीक्षा के दौरान चोरी करते थे. अगर उस कालखंड के कई लोग चोरी करते थे तो वो भी छुप के. वक्त इतना बदलता गया. आज लोग टेबल पर छुरा रखता है, देखते हैं कौन सुपरवाइजर हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक छोटा सा वर्ग उभरने का कोशिश कर रहा है, जो भ्रष्टाचार और कालेधन वाले के साथ खड़ा रहना चाहते हैं. हम सब लोग उन संस्कारों से पले-बढ़े हैं जो राष्ट्रवाद से प्रेरित है.
प्रधानमंत्री ने केदारनाथ सहानी को याद करते हुए कहा कि सहानी जी साफ -सुथरे रहते थे. कभी उनके टेबल पर कभी कागज का ढेर नजर नहीं आता था. वो सभी को चिट्ठी लिखकर जवाब देते थे. वो उनके पर्सनल टच था, सभी कार्यकर्ता के साथ अपनत्व की भावना महसूस होती थी. शीला दीक्षित जी ने लिखा है कि दिल्ली में बिजली संकट थी. बिजली को प्राइवटेजशन का काम करना था. हमने केदारनाथ सहानी का समर्थन मांगा.