नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हिंसा से प्रभावित जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की आज समीक्षा की और समझा जाता है कि उन्होंने नागरिकों तथा सुरक्षाकर्मियों के हताहत होने की स्थिति को टालने के लिए निर्देश दिए हैं. सिंह ने उग्रवादी हमलों के मद्देनजर असम की स्थिति की भी समीक्षा की. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों सहित शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने जम्मू कश्मीर की स्थिति के संबंध में गृह मंत्री को जानकारी दी. हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकवादी बुरहान बानी के मारे जाने के बाद पिछले एक महीने से अधिक समय से कश्मीर में अशांति है.
श्रीनगर के नौहट्टा इलाके में कल आतंकवादियों के हमले में सीआरपीएफ के एक कमांडिंग आफिसर शहीद हो गए. इस हमले में अर्धसैनिक बल के नौ जवान घायल भी हुए हैं. बडगाम और अनंतनाग जिलों में पथराव करने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई में आज पांच लोगों की मौत हो गयी जबकि कई अन्य घायल हो गए. सूत्रों ने बताया कि सिंह ने अधिकारियों को सीमाई प्रदेश में जल्द से जल्द शांति बहाल करने की कोशिश करने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने नागरिकों तथा सुरक्षाकर्मियों के हताहत होने की स्थिति को टालने पर भी बल दिया.
गृह मंत्री को कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के प्रयास के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी जहां कल सुरक्षा बलों ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया था. सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री को देश में समग्र सुरक्षा परिदृश्य तथा देश में कहीं भी शांति को बाधित करने के लिए आतंकवादियों और अन्य तत्वों के किसी प्रयास को नाकाम करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी.
सिंह ने असम की स्थिति की भी समीक्षा की जहां संदिग्ध उल्फा उग्रवादियों ने कल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पांच बम विस्फोट किए। उन विस्फोटों में कोई हताहत नहीं हुआ. असम के कोकराझार जिले के बालजन में पांच अगस्त को एनडीएफबी (सोंगबिजीत) के हमले में 14 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 20 लोग घायल हो गए थे.