इंडियन एयरफोर्स को आज फाइटर विमान तेजस मिला है. तेजस को एयरफोर्स के बेड़े में शामिल किया गया है. 1983 में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गयी थी. लंबे समय के इंतजार के बाद देश को तेजस हासिल हुआ है. तेजस बेहद अत्याधुनिक फाइटर जेट है. जानें, तेजस के दस बड़ी खूबियां
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दुश्मन के दांत खट्टे कर सकता है तेजस, जानें दस बातें
इंडियन एयरफोर्स को आज फाइटर विमान तेजस मिला है. तेजस को एयरफोर्स के बेड़े में शामिल किया गया है. 1983 में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गयी थी. लंबे समय के इंतजार के बाद देश को तेजस हासिल हुआ है. तेजस बेहद अत्याधुनिक फाइटर जेट है. जानें, तेजस के दस बड़ी खूबियां 1.हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड […]
1.हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला यह विमान बेहद हल्का युद्धक विमान है.
2.विमान का आधिकारिक नाम तेजस 4 मई 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था. यह विमान पुराने पड़ रहे मिग-21 का स्थान लेगा.
3. एयरफोर्स में अभी तक मिग-21 विमान का उपयोग होता था लेकिन बदलते वक्त के साथ यह विमान पुराना हो चुका था. इसलिए एयरफोर्स को हल्के व अत्याधुनिक लड़ाकू विमान का जरूरत था.
4.तेजस 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है तेजस सिर्फ 460 मीटर की रनवे पर दौड़कर उड़ने की क्षमता रखता है.
5.तेजस का विनिर्माण हिन्दुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड ने किया है.
6. तेजस से उड़ान भरने के बाद ग्रुप कैप्टन माधव रंगाचारी ने कहा, ‘यह आज विश्व में मौजूद चौथी पीढ़ी के किसी भी लड़ाकू विमानों के समतुल्य है’.
7. फाइनल ऑपरेशन क्लीयरेंस (FOC) वर्जन में इसकी मैक्सिमम स्पीड 2205 किमी/घंटे और इनीशियल ऑपरेशन क्लीयरेंस (IOC) में स्पीड 2000 किमी/ घंटे होगी.
8. तेजस में कई खास टेक्नोलॉजी लगी हुआ है. इजरायली राडार लगा हुआ है. फाइटर में लगा वार्निंग सिस्टम दुश्मन की मिसाइल या एयरक्रॉफ्ट का पता लगा सकता है.
9.तेजस एल्यूमीनियम अलॉय और टाइटेनियम से मिलाकर बनाया गया है.
10.1986 में तब की कांग्रेस सरकार ने भारत में फाइटर प्लेन बनाने के लिए 575 करोड़ रुपए सेंक्शन किए थे.
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