नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में श्रीनगर जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकियों द्वारा आज सेना के काफिले पर घात लगा कर किए गए हमले में तीन जवानों के शहीद होने और चार अन्य के घायल होने के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बीएसएफ प्रमुख के के शर्मा को स्थिति का आकलन करने के लिए कश्मीर जाने को कहा है. हमले के तत्काल बाद गृह मंत्री ने सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक से बात की और उन्हें स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचने के आदेश दिए.
जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक के राजेंद्र ने कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिजबहेडा के समीप बीएसएफ के काफिले पर आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया जिन्होंने आसपास की गलियों से गोलियां चलायीं.’ अधिकारियों ने बताया कि यहां से करीब 52 किलोमीटर दूर बिजबहेडा में एक सरकारी अस्पताल के समीप अपराह्न करीब साढ़े चार बजे हुई इस घटना में तीन बीएसएफ कर्मी – हेड कांस्टेबल गिरीश कुमार शुक्ला, कांस्टेबल महिंदर राम और हवलदार दिनेश शहीद हो गए जबकि चार अन्य घायल हो गए. बीएसएफ महानिदेशक के के शर्मा स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर जा रहे हैं.
बीएसएफ के जवानों को लेकर उसके 23 वाहन जम्मू से श्रीनगर आ रहे थे. ये जवान छुट्टी के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट रहे थे. घटना से संबंधित इलाके को सीआरपीएफ और राष्ट्रीय राइफल्स ने घेर लिया है और सुरक्षाबल वहां भेजे गए हैं. किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. वैसे सुरक्षा प्रतिष्ठान मानते हैं कि यह प्रतिबंधित हिज्बुल मुजाहिदीन के कार्यकर्ताओं का काम हो सकता है जिनकी अगुवाई बुरहान वानी करता है.
इस घटना से 10 दिन पहले हिज्बुल मुजाहिदीन ने श्रीनगर में दो भिन्न घटनाओं में तीन पुलिसकर्मियों को मार डाला था. इस संगठन ने और ऐसे हमले करने की धमकी दी थी. बीएसएफ के काफिले अक्सर आतंकवादी संगठनों के निशाने पर रहे हैं. पिछले साल अगस्त में उधमपुर में बीएसएफ के एक काफिले पर लश्कर ए तैयबा के आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें उसके दो जवान शहीद हो गए थे और एक आतंकवादी मारा गया था. इस हमले के बाद एक अन्य आतंकवादी मोहम्मद नवीद जिंदा पकड़ा गया था.