नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने सत्र के दौरान वेल में जाकर प्रदर्शन किया है और भाजपा के विधायक विजेंद्र गुप्ता से मांफी की मांग की है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा विधानसभा में जनलोकपाल बिल 2015 पेश किया जा रहा है. इसी दौरान भाजपा विधायक गुप्ता ने हंगामा करना शुरू कर दिया. उन्होंने लोकपाल को कमजोर बताया. उसके बाद मार्सलों ने उन्हें खींचकर सदन से बाहर कर दिया. आप विधयक अलका लांबा पर टिपपणी करने के कारण पिछले दिनों भाजपा विधायक ओपी शर्मा को भी बाहर निकाल दिया गया था. दिल्ली असेंबली में भाजपा के केवल तीन विधायक हैं. अब सदन में केवल एक विधायक बचे हैं. दूसरी ओर बिल पेश केये जाने से पहले योगेंद्र यादव के नेतृत्व में स्वराज अभियान ने इसके खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
स्वराज अभियान के नेता आज कार्यकर्ताओं के साथ जंतर-मंतर से दिल्ली विधानसभा तक मार्च निकाल रहे हैं. योगेंद्र यादव ने कहा कि प्रशांत भूषण ने केजरीवाल को एक चुनौती दी है. इस मामले में कॉमा और फुल स्टॉप वही है, बाकी सबकुछ बदल गया है. यादव ने कहा कि जिस तरह केजरीवाल ने शीला, मोदी और किरन बेदी को चुनौती दी थी उसी तरह प्रशांत जी भी तैयार हैं. आ जाइए आप जहां आपकी इच्छा हो. स्वराज अभियान के प्रदर्शन में प्रशांत भूषण भी पहुंचे हुए हैं. बीते दिनों दिल्ली विधानसभा में सरकार के प्रस्तावित जनलोकपाल बिल के खिलाफ बोलने पर मार्शलों द्वारा बाहर किये गये आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक पंकज पुष्कर भी इस मार्च में शामिल हैं.
पुष्कर ने कहा, ‘हम सरकार से हाथ जोड़कर विनती करते हैं कि वह अन्ना हजारे वाला लोकपाल बिल लेकर है. मुझे विधानसभा से निलंबित कर दिया गया है वर्ना मैं ये मुद्दा वहां जरूर उठाता.’ वहीं, ‘आप’ विधायक अलका लांबा पर विवादास्वद टिप्पणी कर विधानसभा के पूरे सत्र से निलंबित हुए विश्वास नगर से बीजेपी विधायक ओपी शर्मा ने भी आज पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया. शर्मा ने केजरीवाल का पुतला फूंका. उन्होंने लोकपाल को जोकपाल बताया. पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि अभी तक जो पता चला है उसके मुताबिक करप्शन पर निशाना साधने के बजाय केजरीवाल केंद्र सरकार के साथ विवाद चाहते हैं.