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जस्टिस टी.एस ठाकुर होंगे अगले चीफ जस्टिस

नयी दिल्ली : चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एच. एल दत्तू 2 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. उनके बाद इस पद पर जस्टिस टी. एस ठाकुर होंगे. बुधवार को एचएल दत्तू ने इसकी अगले चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की नियुक्ति की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है उन्होंने सरकार को चिट्ठी लिखकर अगले चीफ जस्टिस […]

नयी दिल्ली : चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एच. एल दत्तू 2 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. उनके बाद इस पद पर जस्टिस टी. एस ठाकुर होंगे. बुधवार को एचएल दत्तू ने इसकी अगले चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की नियुक्ति की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है उन्होंने सरकार को चिट्ठी लिखकर अगले चीफ जस्टिस के रूप में टी.एस ठाकुर का नाम सामने कर दिया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधान न्यायाधीश दत्तू ने शीर्ष अदालत के वरिष्ठतम न्यायाधीश ठाकुर को प्रधान न्यायाधीश नियुक्त करने की सरकार से सोमवार को सिफारिश की.

न्यायमूर्ति ठाकुर की नियुक्ति के मामले में कानून मंत्रालय से औपचारिकता पूरी होने के बाद उनकी फाइल प्रधान मंत्री कार्यालय भेजी जायेगी. इसके बाद राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने पर उनकी नियुक्ति संबंधी वारंट जारी किया जायेगा. न्यायमूर्ति ठाकुर देश के 43वें प्रधान न्यायाधीश होंगे उन्होंने बतौर वकील अक्तूबर, 1972 में अपना पंजीकरण कराया और जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में दीवानी, फौजदारी, टैक्स, सांविधानिक मामलों तथा नौकरी से संबंधित मामलों में वकालत शुरु की.इसके बाद उन्होंने अपने पिता प्रसिद्ध अधिवक्ता स्व डी डी ठाकुर के चैंबर में काम शुरु किया. न्यायमूर्ति ठाकुर के पिता भी जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और फिर केंद्रीय मंत्री रह चुके थे.

न्यायमूर्ति ठाकुर को 17 नवंबर, 2009 को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया। देश के प्रधान न्यायाधीश के रुप में उनका कार्यकाल एक साल से कुछ अधिक चार जनवरी, 2017 तक रहेगा. 63 वर्षीय ठाकुर ने आईपीएल स्पाट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण में फैसला सुनाने वाली पीठ की अध्यक्षता की थी। बहुचर्चित सारदा चिट फण्ड घोटाले के मामले की जांच की निगरानी भी न्यायमूर्ति ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ही कर रही है.

न्यायमूर्ति ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ही उप्र के राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में करोडों रुपए के घोटाले के मामले की भी सुनवाई कर रही है. इस मामले में अन्य नेताओं और नौकरशाहों के साथ ही उप्र के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा भी आरोपी है.

न्यायमूर्ति ठाकुर को 1990 में वरिष्ठ अधिवक्ता मनोनीत किया गया। इसके चार साल बाद 16 फरवरी, 1994 को उन्हें जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और मार्च, 1994 में उनका तबादला कर्नाटक उच्च न्यायालय कल दिया गया। बाद में सितंबर, 1995 में उन्हें स्थाई न्यायाधीश बना दिया गया और फिर जुलाई, 2004 में उनका तबादला दिल्ली उच्च न्यायालय कर दिया गया था. न्यायमूर्ति ठाकुर नौ अप्रैल, 2008 से 11 अगस्त, 2008 के दौरान दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी थे.

2 दिसंबर को जस्टिस दत्तू सेवानिवृत्त होंगे और उसी दिन जस्टिस ठाकुर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से दिन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पद की शपथ लेंगे. टीएस ठाकुर का जन्म 4 जनवरी 1952 को हुआ था. ठाकुर दिल्ली के चीफ जस्टिस के प्रभार पर थे. इसके बाद वह हरियाणा और पंजाब के चीफ जस्टिस रहे.

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