मुंबई : निजी क्षेत्र द्वारा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) की सडक परियोजनाओं को लेकर ज्यादा उत्साह नहीं दिखाए जाने के बीच केंद्रीय सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि सरकार और अधिक परियोजनाएं पीपीपी व हाइब्रिड माडल पर आवंटित करना चाहती है. गडकरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, कोई निजी कंपनी पीपीपी आधारित परियोजनाओं में भागीदारी को तैयार नहीं है क्योंकि उन्होंने (पूर्ववर्ती सरकार के दौरान) भरोसा गंवा दिया. हालांकि निजी भागीदारी को बढावा देने के लिए हमने एक मिश्रित हाइब्रिड माडल पेश किया है, जिसमें हम जोखिम की उनके साथ भागीदारी करेंगे.
उन्होंने कहा कि इसके बाद निजी कंपनियों की रुचि फिर जगी है जो कि 4,000 करोड रुपये मूल्य की तीन परियोजनाओं के लिए हाल ही में हुई बोली में दिखी. उन्होंने कहा, हालात में बीते दो महीने में बदलाव आया है, जबकि हमने देखा कि अनेक कंपनियों ने तीन सडक परियोजनाओं के लिए बोली लगायी. यह दर्शाता है कि उनका भरोसा बहाल हुआ है. इन तीन सडक परियोजनाओं में शिवपुरा-गुना (मध्यप्रदेश), होसपेट-चित्रदुर्ग (कर्नाटक) व सोलपुर-विजापुर (महाराष्ट्र) शामिल है. गडकरी ने कहा कि सकार तीन और बीओटी सडक परियोजनाओं के लिए बोली को अंतिम रूप देगी. इनमें आगरा-इटावा(उत्तरप्रदेश), रायपुर-बिलासपुर(छत्तीसगढ) तथा मुकरबा चौक-पानीपत (हरियाणा) परियोजना शामिल है.