मुंबई,: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर खूब चुटकियां ली जा रही हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि जब से वह अपने बगीचे (किचन गार्डन)के पौधों को मूत्र से सींचने का काम कर रहे हैं, तब से वे काफी फले-फूले हैं. केंद्रीय राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री गडकरी ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, ‘‘मैंने दिल्ली में एक प्रयोग शुरु किया है..मैंने दिल्ली में अपने सरकारी आवास पर 50 लीटर के एक डिब्बे में अपना मूत्र जमा करने का काम शुरु किया है.
यह एक बडा सरकारी मकान है जो पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का था.’’ लोगों से इस प्रयोग को आजमा कर देखने की अपील करते हुए गडकरी ने कहा था, ‘‘बंगला परिसर में एक एकड जैविक खेती संभव है. परिसर में पेड भी हैं. मैंने अपने माली को बोला कि वह एक पेड को मूत्र से सींचकर देखे और अन्य को सादे पानी से सींचे. मूत्र एक खाद है जिसमें यूरिया और नाइट्रोजन होता है.’’ संतरों की खेती के लिए मशहूर नागपुर के किसानों से ‘‘यूरिन थेरेपी’’ का इस्तेमाल करने की अपील करते हुए गडकरी ने कहा कि वे जल्द ही गौर करेंगे कि इससे पेड कितनी तेजी से बढते हैं.