चार राज्यों के सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के चुनाव परिणाम आज घोषित किए गए. इस उपचुनाव परिणाम में सबसे चौंकाने वाला परिणाम महाराष्ट्र से आया जहां पर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता नारायण राणे शिवसेना की उम्मीदवार तृप्ति सावंत से चुनाव हार गए.
तृप्ति सावंत ने राणे को लगभग 19 हजार वोटों से पराजित किया. तृप्ति सावंत को जहां 45,123 मत मिले वहीं नारायण राणे को केवल 28,433 मत मिले.
कौन है तृप्ति सावंत
तृप्ति सावंत शिवसेना के दिवंगत विधायक बाला सावंत की पत्नी है. उनके निधन के बाद से बांद्रा ईस्ट सीट खाली था जिस कारण यहां उपचुनाव करवाने पडे. इस उपचुनाव में शिवसेना ने बाला सावंत की पत्नी को ही उम्मीदवार बनाना उचित समझा और परिणाम चौकाने वाला आया. इस चुनाव में एक तीसरी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन भी रही जिसके उम्मीदवार रहबर खान को 10,571 वोट मिले.
पिछले चुनाव में भी राणे ने खायी थी पटखनी
नारायण राणे की महाराष्ट्र की राजनीति में काफी पकड रही है. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में इनकी हार हुई थी. विधानसभा चुनाव में नारायण राणे सिंधुदुर्ग और कुदाल सीट से चुनाव हारे थे. उस हार के बाद नारायण राणे ने उपचुनाव के जरिए महाराष्ट्र विधानसभा में घुसने की कोशिश की लेकिन उनकी यह कोशिश भी नाकाम हो गयी. लोकसभा चुनाव में उनके बेटे भी चुनाव हार गये थे.
लगातार दूसरी हार राणे के लिए परेशानी का सबब
महाराष्ट्र उपचुनाव परिणाम राणे के राजनीतिक भविष्य के लिए एक करारा झटका है. उनकी हार अब महाराष्ट्र की राजनीति में बने रहने को लेकर उनके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. इतने दिग्गज नेता की लगातार दूसरी हार यह दर्शाता है कि शिवसेना से आर-पार की लडाई में उतरकर राणे ने कोई बडी भूल की है. अब आने वाला समय बता पाएगा कि वह कांग्रेस की छत्रछाया में महाराष्ट्र की राजनीति में बने रह पाएंगे या नहीं.
भाजपा ने कहा कांग्रेस अर्श से फर्श पर
भाजपा के संदीप पाटिल ने भी राणे के हार पर चुटकी लेते हुए ट्वीट किया कि नारायण राणे की हार बस यही दर्शाता है कि अब कांग्रेसअर्श (चोटी) से फर्श पर आ गयी है.
जले पर नमक छिडकने नारायण राणे के घर पहुंचे शिवसेना समर्थक
उधर, खबर है कि राणे के घर के बाद शिवसेना व राणे समर्थकों में झडप भी हुई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जीत के बाद शिवसेना समर्थक जले पर नमक छिडकने नारायण राणे के घर पहुंचे और जश्न मनाने लगे. राणे के समर्थक पहले से वहां मौजूद थे और दोनों के बीच झड़प हो गयी.