लखनऊः इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनउ पीठ में अयोध्या में 25 अगस्त से प्रस्तावित साधु संतो की चौरासी कोसी परिक्रमा पर प्रतिबंध लगा दिये जाने के विरोध में आज एक जनहित याचिका दाखिल की गयी, जिसमें प्रदेश सरकार को यह निर्देश देने का आग्रह किया गया है कि परिक्रमा में कोई अवरोध न डाला जाये.स्थानीय अधिवक्ता प्रमोद पांडेय की तरफ से अदालत की रजिस्टरी में आज दाखिल उक्त याचिका पर शनिवार 24 अगस्त को सुनवाई संभावित है.
पांडेय ने अदालत के समक्ष निवेदन किया है कि साधु संतो ने प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भेंट करके उन्हें सूचित किया था कि वे अयोध्या में शांतिपूर्ण रुप से चौरासी कोसी परिक्रमा करना चाहते हैं और यह भी आश्वस्त किया था कि इस दौरान किसी तरह की अशांति पैदा नहीं होने दी जायेगी.
उन्होंने प्रस्तावित परिक्रमा पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगा दिये जाने के निर्णय को अवैध, अतार्किक और कानून विरुद्ध बताते हुए अदालत से आग्रह किया कि सरकार को निर्देश दिया जाये कि वह इस परिक्रमा में किसी तरह का अवरोध पैदा न करे और श्रद्धालुओं के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे. विश्व हिन्दू परिषद की तरफ से 25 अगस्त से 13 सितम्बर तक अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा प्रस्तावित है, जिसपर प्रदेश सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है और यात्रा मार्ग में पडने वाले सात जिलो मे निषेधाज्ञा लागू कर दी है.