मुंबई : मदर टेरेसा के बारे में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी का शिवसेना ने समर्थन किया है. पार्टी ने भागवत का बचाव करते हुए आज कहा कि उन्होंने ‘‘कडवा सत्य’’ कहा है. नेता संजय राउत ने आज कहा कि ये लोग सेवा के नाम पर काम करते हैं और बाद में गरीबों का शोषण करते हैं.साथ ही ये लोग धर्मांतरण करवाते हैं. यह एक सच्चाई है.
शिवसेना ने मुखपत्र सामना केसंपादकीय में कहा है, ‘‘भारत आने वाली मिशनरियों का मकसद यहां लोगों को ईसाई बनाना रहा है.’’ ‘‘मुसलमानों ने तलवार के साथ धर्म परिवर्तन कराया. ईसाइयों ने यह पैसे और सेवा के नाम पर किया.’’शिवसेना ने कहा, ‘‘भागवत ने मिशनरियों के बारे में सच बोलकर देश की सेवा की है.’’ इसमें कहा गया है, ‘‘मदर टेरेसा ने जो कार्य किया, हम उसका सम्मान करते हैं. कई सामाजिक शख्सियतों ने इस तरह की सेवा की है. हालांकि, उन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं कराया.’’
शिवसेना ने विहिप के हिंदू धर्म में लोगों के ‘पुनर्धमार्ंतरण’ कार्यक्रम का हवाला देते हुए कहा है, ‘‘आरएसएस प्रमुख ने जो कहा है उससे घर वापसी अभियान को बढावा मिलेगा। हम उन्हें बधाई देते हैं.’’ मदर टेरेसा की गरीबों की सेवा के पीछे ईसाई बनाने के उद्देश्य वाली भागवत की टिप्पणी पर ईसाई संस्थानों और गैर भाजपा दलों ने उनकी तीखी आलोचना की है.