मुंबई : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर चेतावनी दी कि अगर कालाधन स्वदेश नहीं आया तो वे आंदोलन करेंगे. उन्होंने काला धन रखने वालों के नामों का खुलासा नहीं करने के सरकार के फैसले की आलोचना की है. अन्ना हजारे ने पीएम को लिखे अपने पत्र में कहा कि काला धन वापस लाना देश के समक्ष महत्वपूर्ण मुद्दा है. अगर जरुरत पडी तो मैं इस मामले पर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटूंगा.
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सत्ता में आने पर काला धन वापस लाने के मोदी के वादे को याद दिलाते हुए गांधीवादी नेता ने सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में हलफनामे दिये जाने पर नाखुशी जताई. हलफनामे में सरकार ने कहा कि जिन देशों के साथ भारत का ‘दोहरे कराधान से बचाव संधि’ है उनसे प्राप्त सूचना का खुलासा नहीं किया जा सकता.
हजारे ने कहा, पिछले 35 वर्षों में मैंने कई आंदोलन किए हैं. वे किसी पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ नहीं हैं बल्कि समाज और देश के हित में हैं. सत्ता में आपका (मोदी) काफी अनुभव रहा है. मैं फकीर हूं और मेरे पास धन नहीं है. मैं देश के लिए जिउंगा और देश के लिए मरुंगा. हजारे ने कहा कि लोकपाल के मुद्दे पर अगस्त में उन्होंने मोदी को लिखा था लेकिन इस पर अभी तक कोई जवाब नहीं मिला.