बेंगलुरु : बेंगलुरु में तलाकशुदा एक आईपीएस दंपत्ति का विवाद तब खुलकर सामने आया गया, जब एक पुलिस अधीक्षक अपने बच्चों से मिलने की जिद को लेकर पूर्व पत्नी के निवास पर धरने पर बैठ गये. इसके बाद पूर्व पत्नी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस बुला ली. कलबुर्गी अंदरूनी सुरक्षा संभाग में पुलिस अधीक्षक अरुण रंगराजन शनिवार की देर शाम सादे कपड़े में वसंत नगर में अपनी तलाकशुदा पत्नी के घर पहुंच गये और उन पर बच्चों से नहीं मिलने देने का आरोप लगाते हुए वहां धरने पर बैठ गये.
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी के इस धरने से विवाद खड़ा हो गया. आम लोग और मीडियाकर्मी वहां पहुंच गये. रंगराजन की पूर्व पत्नी और उप महाकमांडेंट (होमगार्ड) इलक्किया करुणागरन ने यह शिकायत करते हुए पुलिस बुला ली कि वह उनसे झगड़ा कर रहे हैं. पुलिस दुविधा में फंस गयी कि कैसे इस मामले को निपटाया जाये, क्योंकि रंगराजन एक वरिष्ठ अधिकारी हैं.
पुलिस ने उनसे वहां से चले जाने का अनुरोध किया. इस पर रंगराजन ने सवाल किया कि क्या मैं यहां हंगामा कर रहा हूं? मैं बस यहां बैठा हूं. मीडियाकर्मियों से मुखातिब होते हुए रंगराजन ने कहा कि आप यहां कुछ समय से हैं. क्या आपने मुझे उनसे झगड़ते देखा है? लेकिन उन्होंने यह कहते हुए पुलिस बुला ली कि मैं उनसे झगड़ रहा हूं.
उन्होंने पुलिस से सवाल किया कि वह किस नियम के तहत उनसे वहां से चले जाने को कह रही है. उन्होंने कहा कि उन्होंने तो कोई हंगामा किया नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रेम विवाह हुआ था. हम नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में तैनात थे, जहां हमारी शादी हुई, लेकिन सालभर में मतभेद सामने आने लगे. बाद में उनके कहने पर हमने कर्नाटक कैडर का चुनाव किया, लेकिन यहां आने के बाद हमारा तलाक हो गया. पुलिस के अनुसार बाद में रंगराजन को अपने दो बच्चों से मिलने दिया गया, जिसके बाद वह वहां से चले गये.